सार

पीएम मोदी ने 'मन की बात' में महाकुंभ 2025 की 'विविधता में एकता' की भावना की सराहना की और युवाओं की बढ़ती भागीदारी पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने चुनाव आयोग के योगदान की प्रशंसा की और मतदाताओं से अपने अधिकार का प्रयोग करने का आग्रह किया।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो प्रोग्राम मन की बात (Mann Ki Baat) के जरिए देशवासियों के साथ संवाद किया। यह 2025 की पहली मन की बात थी। इस दौरान पीएम ने महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) की सराहना की। कहा कि प्रयागराज में धार्मिक समागम ‘विविधता में एकता’ का प्रतीक है। यहां किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है।

नरेंद्र मोदी ने कहा, "इस बार कुंभ में कई दिव्य योग बन रहे हैं। कुंभ का ये उत्सव विविधता में एकता का उत्सव है। संगम की रेत पर पूरे भारत, पूरे विश्व से लोग जुटते हैं। हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में कोई भेदभाव नहीं, कोई जातिवाद नहीं, इसमें भारत के दक्षिण, पूर्व और पश्चिम से लोग आते हैं। कुंभ में गरीब-अमीर सब एक हो जाते हैं। एक साथ भंडारों में भोजन करते हैं। कुंभ एकता का महाकुंभ है। कुंभ का आयोजन हमें ये भी बताता है कि कैसे हमारी परंपराएं पूरे भारत को एक सूत्र में बांधती हैं। उत्तर से दक्षिण तक मान्यताओं को मानने के तरीके एक जैसे हैं।"

उन्होंने कहा, "इस बार कुंभ में युवाओं की भागीदारी व्यापक रूप में नजर आ रही है। युवा पीढ़ी अपनी सभ्यताओं के साथ जुड़ती है तो उसकी जड़ें मजबूत होती हैं। हम इस बार कुंभ के डिजिटल फुटप्रिंट भी इतने बड़े स्केल पर देख रहे हैं। कुंभ की ये वैश्विक लोकप्रियता हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।"

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प्रधानमंत्री ने की चुनाव आयोग की तारीफ

पीएम ने कहा, "गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। ये दिन इसलिए अहम है क्योंकि इस दिन भारतीय निर्वाचन आयोग की स्थापना हुई थी। हमारे संविधान निर्माताओं ने चुनाव आयोग को लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी हो इसलिए बड़ा स्थान दिया है। देश में जब 1951-52 में पहली बार चुनाव हुए तो कुछ लोगों को शक था कि क्या देश का लोकतंत्र जीवित रहेगा। हमारे लोकतंत्र ने सारी आशंकाओं को खारिज किया।"

उन्होंने कहा, "बीते दशकों में देश का लोकतंत्र समृद्ध हुआ है। मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद देना चाहूंगा, जिसने समय- समय पर मतदान प्रक्रिया को आधुनिक बनाया। आयोग ने जन शक्ति को और शक्ति देने के लिए तकनीकि शक्ति का उपयोग किया। मैं चुनाव आयोग को निष्पक्ष चुनाव के उनके कमिटमेंट के लिए बधाई देता हूं। देश वासियों से कहूंगा कि वो ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने मत के अधिकार का उपयोग करें और देश लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनें।"