पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित जोराबागान बस्ती में शुक्रवार देर रात आग लगने से करीब 40 झुग्गियां जलकर राख हो गई। हादसा रात करीब साढ़े दस बजे हुआ।  इससे पहले कि लोग आग बुझा पाते, लपटों ने आसपास के क्षेत्र को अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया। रातभर आग धधकती रही। बड़ी मुश्किल में उस पर काबू पाया जा सका।

कोलकाता। शहर (Kolkata) में एक बार फिर भयानक आग लग गई। शुक्रवार रात जोरबागन मैदान (Jorabagan Maidan) के स्लम एरिया (Slum area) में भीषण आग ने काफी तबाही मचाई। आग की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सात-सात दमकल गाड़ियां आग पर काबू पाने के लिए लगाई पड़ी। स्थानीय लोगों के अनुसार करीब साढ़े दस बजे आग की शुरूआत हुई। लोग उसे बुझाते इसके पहले आग की लपटों ने आसपास के क्षेत्र को अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया। सघन बस्ती होने की वजह से आग पर काबू पाने में काफी दिक्कतें आईं। इस बस्ती में ज्यादातर घर टिन की छतों और प्लास्टिक के होने से आग तेजी से फैली। यह इलाका घनी आबादी वाला है। आगजनी में करीब 30-40 झुग्गियां जलकर खाक हो गईं। घटना के दौरान आसपास की इमारतों से भी लोगों को निकाला गया।

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पहले भी होते रहे हैं बड़े हादसे
इससे पहले दिसंबर, 2021 में पश्चिम बंगाल की औद्योगिक नगरी हल्दिया स्थित इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के प्लांट कैंपस में भीषण आग लग गई थी। IOCL रिफाइनरी में एक हाइड्रोजन सल्फाइड टैंकर में आग लगी थी। इस हादसे में 3 श्रमिकों की मौत हो गई थी, जबकि 35 लोग घायल हुए थे। बताया जा रहा है कि IOCL के कैंपस में मंगलवार को एक मॉक ड्रिल चल रही थी। इसके बाद प्लांट को बंद किया जा रहा था तभी विस्फोट हुआ और आग लग गई। घटना के बाद पहुंचीं फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। 

मार्च, 2021 में हुआ था एक और बड़ा हादसा
मार्च, 2021 में कोलकाता के स्ट्रैंड रोड स्थित एक बहुमंजिला बिल्डिंग की 17वीं मंजिल पर आग लगने से 9 लोगों की मौत हो गई थी। घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएम ममता बनर्जी स्वयं मौके पर पहुंची थीं। सीएम के मुताबिक, फायर फाइटर आग पर काबू पाने के लिए 13वें फ्लोर पर चढ़े थे, जहां पर आग लगी थी। उन्होंने लिफ्ट का इस्तेमाल किया। लेकिन जब वे 13वें फ्लोर पर पहुंचे तो उनका दम घुटने लगा था।