सार
अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani ) को Z+ कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। पहले उन्हें Z कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी। बढ़े हुए खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है।
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। मुकेश अंबानी को पहले Z कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी। इसे बढ़ाकर Z+ कर दिया गया है। मुकेश अंबानी पर खतरा बढ़ने की खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के बाद यह फैसला किया गया। अब 55 सुरक्षाकर्मी हर वक्त उनकी सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगे। इनमें 10 NSG के कमांडो होंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी को पहले 'जेड श्रेणी' की सुरक्षा दी गई थी। पिछले साल उनके आवास एंटीलिया के बाहर बम विस्फोट के बाद गृह मंत्रालय ने उद्योगपतियों की सुरक्षा को मजबूत किया था।
कैसे दी जाती है सुरक्षा?
भारत में हाईप्रोफाइल लोगों का जीवन अगर उनके काम या लोकप्रियता के कारण खतरे में हो तो सरकार द्वारा उन्हें सुरक्षा दी जाती है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात की रिपोर्ट देती हैं कि किस व्यक्ति के जीवन को कितना खतरा है। इसके आधार पर उस व्यक्ति को कितनी सुरक्षा दी जाए यह तय होता है। मुख्य रूप से लोगों को पांच कैटेगरी (X, Y, Z, Z+ और SPG) की सुरक्षा दी जाती है। ऐसी सुरक्षा वीआईपी और वीवीआईपी, एथलीटों, फिल्म स्टारों और अन्य हाई-प्रोफाइल या राजनीतिक हस्तियों को मिलती है।
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क्या है Z+ सुरक्षा?
भारत में सुरक्षा का उच्चतम स्तर SPG है। SPG की सुरक्षा प्रधानमंत्री को मिलती है। Z+ सुरक्षा के उच्चतम स्तर में दूसरे नंबर पर है। 55 सुरक्षाकर्मी हर वक्त सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं। इनमें 10 NSG के कमांडो होते हैं। NSG का हर कमांडो मार्शल आर्ट्स में एक्सपर्ट होता है। उसे बिना हथियार के भी कैसे लड़ना है इसकी ट्रेनिंग दी जाती है। Z+ कैटेगरी की सुरक्षा गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वित्त मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को दी गई है।
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