सार

चौथे स्टेज के कैंसर से जीतने का दावा करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी को 850 करोड़ रुपये का कानूनी नोटिस मिला है। आखिर हुआ क्या?

कैंसर जैसी महामारी आज कई लोगों की जान ले रही है। इसके लिए कई तरह की दवाइयाँ खोजी जा चुकी हैं, फिर भी कैंसर मरीजों का जीवन मुश्किल बना हुआ है और कई लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। कैंसर अस्पतालों में एक बार जाने पर, वहाँ के मरीजों का दर्द साफ दिखाई देता है। वहीं दूसरी ओर, कुछ लोग कहते हैं कि इलाज के साथ-साथ योग, ध्यान और मुद्राओं से कैंसर ठीक हो सकता है। अपनी जीवनशैली में बदलाव करके कैंसर पीड़ितों को प्रेरणा देने वाले भी हैं। होम्योपैथी, आयुर्वेदिक दवाओं से कैंसर से बाहर निकले कई मरीजों ने अपने अनुभव साझा किए हैं। लेकिन अब खान-पान से अपनी पत्नी के चौथे स्टेज के कैंसर से ठीक होने का दावा करने वाले पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू मुश्किल में हैं। उन्हें कानूनी नोटिस जारी किया गया है और 850 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा गया है!

जी हाँ। हुआ यूँ कि सिद्धू की पत्नी चौथे स्टेज के कैंसर से पीड़ित थीं। सिद्धू ने कहा कि वे ठीक हो गई हैं। उन्होंने एक पोस्ट के जरिए बताया कि उनकी पत्नी नवजोत कौर कैंसर से जीतने के पीछे खास डाइट का हाथ है। लेकिन, उनके पोस्ट करते ही मेडिकल जगत में हंगामा मच गया! इसी वजह से, छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने कानूनी नोटिस भेजा है। सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू के कैंसर के इलाज से जुड़े दस्तावेज सात दिनों में जमा करने को कहा गया है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें 850 करोड़ रुपये का हर्जाना देना होगा।

सिद्धू ने बताया था कि उनकी पत्नी पूरी तरह ठीक हो गई हैं। उन्होंने कहा था कि सिर्फ 40 दिनों में उनकी पत्नी पूरी तरह ठीक हो गईं, वो भी खास डाइट से। डॉक्टरों ने कहा था कि उनकी पत्नी के बचने की संभावना सिर्फ 5% है। लेकिन हल्दी, नीम का पानी, एप्पल साइडर विनेगर और नींबू पानी से कैंसर ठीक हो गया और सिर्फ 40 दिनों में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई। सिद्धू ने सवाल किया कि कैंसर के इलाज में करोड़ों रुपये क्यों खर्च करें? हमारे आस-पास मिलने वाली चीजों से इलाज क्यों नहीं?

लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह का बयान लोगों को गुमराह करता है। ऐसा कहने से कैंसर पीड़ित एलोपैथी पर भरोसा नहीं करेंगे। यह ठीक नहीं है। इसलिए सिद्धू दंपति को लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिए। नवजोत कौर को दिए गए एलोपैथी इलाज के दस्तावेज हमारे पास हैं। लेकिन, गोपनीयता के कारण हम उन्हें जारी नहीं करेंगे। इसके बजाय, नवजोत सिंह को एक हफ्ते के अंदर सभी दस्तावेज जमा करने होंगे। इतना ही नहीं, नवजोत से भी नोटिस में कुछ सवाल पूछे गए हैं। क्या आपने इलाज के दौरान एलोपैथी दवाइयाँ नहीं लीं? क्या आपके पति ने पूरी सच्चाई बताई है? अगर आप उनके बयान का समर्थन नहीं करती हैं, तो आपको मीडिया के सामने सच बताना होगा।