सार
आजादी के बाद पहली बार देश की विधायिका एक स्पेशल पार्लियामेंट सेशन के दौरान नई संसद भवन में स्थानांतरित हो रही है। ओल्ड पॉर्लियामेंट बिल्डिंग की विरासत की यादों को सहेजते हुए विभिन्न पार्टियों की 10 महिला सांसदों ने अपने अनुभव और यादें शेयर की हैं।
नई दिल्ली. भारत की आजादी के बाद पहली बार देश की विधायिका एक स्पेशल पार्लियामेंट सेशन के दौरान नई और भव्य संसद भवन में 19 सितंबर को स्थानांतरित हो रही है। ओल्ड पॉर्लियामेंट बिल्डिंग की विरासत की यादों को सहेजते हुए विभिन्न पार्टियों की 10 महिला सांसदों ने अपने अनुभव और यादें शेयर की हैं।
नई संसद भवन की मेमोरीज-10 महिला सांसदों ने शेयर किए अनुभव
इन 10 महिला सांसदों ने अपने हस्तलिखित नोट्स के माध्यम से पुराने संसद भवन के ऐतिहासिक हॉल के भीतर अपनी जर्नी के बारे में यादें और भावनाएं व्यक्त की हैं।
केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद स्मृति ईरानी ने अपने नोट में शुभकामनाएं व्यक्त कीं, जबकि शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस ऐतिहासिक रूप से खूबसूरत इमारत में हुई गहन बहस और व्यवधानों का जिक्र किया।
प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने नोट में लिखा, "इस संसद ने एक आत्मविश्वासी राष्ट्र के रूप में हमारी 75 साल की यात्रा को आकार देते हुए दिग्गजों और इतिहास निर्माताओं की मेजबानी की है। मुझे इस यात्रा का हिस्सा होने पर गर्व है और उम्मीद है कि इस संसद का सार नए संसद भवन में भी जारी रहेगा।"
अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर ने शेयर कीं पुराने संसद भवन की यादें
अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने 2006 में संसद भवन में एक उत्सुक विजिटर बनने से लेकर 2009 में सांसद बनने और उसके बाद 2014 में मंत्री बनने तक की अपनी यात्रा शेयर की।
कौर ने लिखा, "लोकतंत्र के इस मंदिर में ये 144 स्तंभ एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। मेरे लिए ढेर सारी यादें। हजारों भारतीय कलाकारों, मूर्तिकारों और मजदूरों के इतिहास और शिल्प कौशल से सजी यह खूबसूरत इमारत गहन सीखने और अपार संतुष्टि का स्थान रही है।''
केंद्रीय मंत्री कनुप्रिया पटेल ने शेयर की पुराने संसद भवन की यादें
केंद्रीय मंत्री और अपना दल (एस) से सांसद अनुप्रिया पटेल ने पुराने संसद भवन में अपने पहले कदम को याद किया। उन्होंने कहा, "मैं गहराई से महसूस कर सकती हूं कि मैं एक ऐतिहासिक इमारत में प्रवेश कर रही हूं, जिसने 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिलते, हमारे संविधान का निर्माण और हमारे देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं के विकास और मजबूती को देखा।"
स्वतंत्र सांसद नवनीत राणा ने पुरानी संसद भवन में प्रवेश करने के अपने पहले दिन और उसके बाद के दिनों के बारे में लिखा-"बहुत सी चीजें सीखने का अवसर मिला।"
NCP सांसद सुप्रिया सुले पुरानी संसद भवन की यादें ताजा करके हुई भावुक
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने खूबसूरत पुराने संसद भवन में सत्र में भाग लेने की अनुमति देने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
उन्होंने लिखा, "मुझे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का हिस्सा बनने और पुराने खूबसूरत संसद भवन में सत्र में भाग लेने का अवसर देने के लिए महाराष्ट्र और बारामती के लोगों को धन्यवाद और आभारी हूं। एक ऐसी जगह जो नेताओं की आवाज को गूंजती है।" इसने हमारे खूबसूरत देश के विकास में योगदान दिया।"
पुराने संसद भवन को लेकर महिला सांसदों की भावुक यादें
भाजपा सांसद पूनम महाजन ने काव्यात्मक ढंग से अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, "अंतिम जय का वज्र बनाएं, नव दधीचि हड्डियां गलाएं। आओ फिर से दीया जलाएं।"
पुरानी संसद भवन के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कांग्रेस सांसद राम्या हरिदास ने उसे "लोकतंत्र का महल" और "मजबूत निर्णयों का जन्मस्थान" कहा।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने पुराने संसद भवन के प्रति अपना विशेष संबंध व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमेशा "मेरे दिल में एक विशेष स्थान" रखेगा और इसे अपने "पहले घर" के समान माना जाएगा।
उन्होंने कहा, "इमारत बदल सकती है, लेकिन इसका प्रतीकवाद, एक स्वतंत्र देश के स्वतंत्र रूप से चुने गए प्रतिनिधियों के लिए एक मुक्त स्थान, जिसे अक्षुण्ण बनाए रखना हम सभी पर निर्भर है।"
राज्यसभा सांसद और महान धावक पीटी उषा ने 1986 में सियोल एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद संसद की अपनी पहली यात्रा को याद किया। उन्होंने 2022 में एक सदस्य के रूप में अपर हाउस में कदम रखने के बारे में भी याद करते हुए लिखा, "अपने जीवन में पहली बार मैंने अपने दाहिने पैर(right leg) से राज्यसभा में कदम रखा, अपने दाहिने हाथ से छुआ और अपने होठों पर 'हरि ओम' का जाप किया।"
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