सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुवाहाटी-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। पीएम ने कहा कि बीते 9 वर्षों की अनेक उपलब्धियां हैं, जिनके बारे में पहले कल्पना करना भी मुश्किल था।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा नॉर्थ ईस्ट के पहले वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेन गुवाहाटी से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलेगी। इस मौके पर पीएम ने कहा कि बीते 9 साल भारत के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों के रहे हैं।

नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी से जुड़े तीन काम एक साथ हो रहे हैं। नॉर्थ ईस्ट को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिल रही है। असम और मेघालय के लगभग 425 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर बिजलीकरण का काम पूरा हो गया है। लुमडिंग में नवनिर्मित डेमू/मेमू शेड का उद्घाटन हुआ है।"

उन्होंने कहा- "गुवाहाटी-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन असम और पश्चिम बंगाल के बीच सदियों पुराने संबंधों को और मजबूत करेगी। इससे पूरे क्षेत्र में आना-जाना तेज होगा। पढ़ने वाले छात्रों को सुविधा होगी। पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।"

भारत के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों के रहे हैं बीते 9 साल

पीएम मोदी ने कहा, "इसी सप्ताह केंद्र में NDA की सरकार के 9 साल पूरे हुए हैं। बीते 9 साल भारत के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों के रहे हैं। नए भारत के निर्माण के रहे हैं। कल ही देश को आजाद भारत की भव्य संसद मिली है। ये भारत के हजारों वर्ष पुराने लोकतांत्रिक इतिहास को हमारे समृद्ध लोकतांत्रिक भविष्य से जोड़ेगी।"

2014 से पहले के दशक में घोटालों के रिकॉर्ड टूटे

मोदी ने कहा, "बीते 9 वर्षों की अनेक उपलब्धियां हैं, जिनके बारे में पहले कल्पना करना भी मुश्किल था। 2014 से पहले के दशक में इतिहास के घोटालों के हर रिकॉर्ड टूट गए थे। इन घोटालों ने सबसे ज्यादा नुकसान देश के गरीब का किया था। ऐसे क्षेत्रों का किया था जो विकास की रेस में पीछे रह गए थे। हमारी सरकार ने सबसे ज्यादा गरीब कल्याण को प्राथमिकता दी। आज भारत में हो रहे इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है।"

मूल सुविधाओं के लिए नॉर्थ ईस्ट को कराया दशकों का इंतजार

पीएम ने कहा, "इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण का सबसे अधिक लाभ पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत को हुआ है। अपनी अतीत की नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए कुछ लोग कहते हैं कि पहले भी तो नॉर्थ ईस्ट में बहुत काम हुआ था। ऐसे लोगों की सच्चाई नॉर्थ ईस्ट के लोग बहुत अच्छी तरह जानते हैं। इन लोगों ने नॉर्थ ईस्ट के लोगों को मूल सुविधाओं के लिए भी दशकों तक इंतजार कराया।"

2014 के बाद हमें करना पड़ा नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को रेल से जोड़ने का काम

पीएम मोदी ने कहा, "देश में 150 साल से भी पहले पहली रेल मुंबई महानगर से चली थी। इसके तीन दशक बाद असम में पहली रेल चल चुकी थी। गुलामी के उस कालखंड में भी असम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, हर क्षेत्र को रेल से जोड़ा गया। उस वक्त नियत जनहित की नहीं थी। उस समय अंग्रेजों का इरादा इस भूभाग को लूटना था। आजादी के बाद नॉर्थ ईस्ट में स्थिति बदलनी चाहिए थी। रेलवे का विस्तार होना चाहिए था, लेकिन नॉर्थ ईस्ट में अधिकतर राज्यों को रेल से जोड़ने का काम 2014 के बाद हमें करना पड़ा है।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले 9 वर्षों में पहले की तुलना में नॉर्थ ईस्ट में रेलवे के विकास के लिए कई गुना बजट बढ़ाया गया। 2014 से पहले नॉर्थ ईस्ट के लिए रेलवे का औसत बजट करीब 2500 करोड़ रुपए था। इस बार नॉथ ईस्ट का रेल बजट 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक है। इस वक्त मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, मेघालय और सिक्किम की राजधानियों को बाकी देश से जोड़ने का काम चल रहा है। बहुत जल्द नॉर्थ ईस्ट की सभी राजधानियां ब्रॉडगेज नेटवर्क से जुड़ने वाली हैं। इन प्रोजेक्ट्स पर 1 लाख करोड़ रुपए खर्च किया जा रहा है।"

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उन्होंने कहा, "नॉर्थ ईस्ट में पहले के मुकाबले तीन गुना तेजी से नई लाइनें बिछाई जा रही हैं। 9 गुना तेजी से रेलवे लाइनों का दोहरीकरण हो रहा है। ऐसी ही स्पीड और स्केल के कारण आज नॉर्थ ईस्ट के अनेक क्षेत्र पहली बार रेल सेवा से जुड़ रहे हैं। नागालैंड को 100 साल बाद अपना दूसरा रेलवे स्टेशन अब मिला है। यहां कभी नैरोगेज पर धीमी रेल चलती थी, वहां अब सेमी हाईस्पीड वंदे भारत और तेजस एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें चलने लगी हैं।"

पीएम ने कहा, "गति के साथ साथ आज भारतीय रेलवे दिलों को जोड़ने, समाज को जोड़ने और लोगों को अवसरों से जोड़ने का भी माध्यम बन रही है। गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर भारत का पहला ट्रांसजेंडर टी स्टॉल खोला गया है। यह उन साथियों को सम्मान से भरा जीवन देने का प्रयास है जिनकी समाज से बेहतर बर्ताव की अपेक्षा है।"