सार
Oxford University study on PRAGATI: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में PRAGATI इकोसिस्टम के माध्यम से भारत ने डेवलपमेंट को कैसे गति दी है, इसे जारी किया है। विवि की स्टडी रिपोर्ट में यह बताया गया है कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल ने सरकार की विभिन्न परियोजनाओं की समस्याओं, उनकी निगरानी और समाधान को बदल दिया है। यह पहल एक ऐसे सिस्टम के लिए प्रेरित करता है कि कैसे डिजिटल शासन प्रगति को गति दे सकता है।
पीएम मोदी ने लांच किया था PRAGATI
पीएम मोदी ने 2015 में PRAGATI को लांच किया था। यह प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड प्रोजेक्ट्स का समय से कार्यान्वयन का प्लेटफार्म है। PRAGATI ने भारत द्वारा अपने बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और सामाजिक क्षेत्र के कार्यक्रमों के प्रबंधन के तरीके को बदल दिया है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी रिपोर्ट में बताया गया है कि PRAGATI इनिशिएटिव की वजह से नौकरशाही की जड़ता को दूर करने में मदद तो मिली ही है साथ में टीम इंडिया की मानसिकता और जवाबदेही के अलावा दक्षता की संस्कृति को बढ़ावा मिला है। प्रगति ने केंद्र और राज्य सरकारों के विविध स्टेकहोल्डर्स को एक मंच पर लाया है। इससे बेहतर कोआर्डिनेशन हो पा रहा है जिसके तहत भूमि अधिग्रहण से लेकर अंतर-मंत्रालयी समन्वय तक इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में कुछ सबसे जटिल चुनौतियों का समाधान करने में सहायक रहा है। इस पहल से दूर दराज के क्षेत्रों को सबसे अधिक लाभ मिला है।
जीडीपी में भी लाभ मिल रहा
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रगति का आर्थिक प्रभाव भी दिख रहा है। आरबीआई और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी की रिसर्च के अनुसार, इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किए गए प्रत्येक रुपये के लिए, भारत को जीडीपी में 2.5 से 3.5 रुपये का लाभ होता है। यह लाभ प्रगति मंच की वजह से स्पष्ट रूप से दिख रहा। साथ ही समय पर सारे काम निपट जाने से भी काफी आर्थिक लाभ हुआ है। यही वजह है कि जब वैश्विक मंदी छायी हुई है तो इसका प्रभाव भारत में नगण्य रहा।
लाखों भारतीयों को मंच से हो रहा लाभ
सड़क, रेलवे, पानी और बिजली जैसी आवश्यक सेवाएँ प्रदान करने वाली परियोजनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ाकर, प्रगति ने लाखों भारतीयों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया है। इस मंच की वजह से पर्यावरण संबंधी मंज़ूरी को तेज़ी से सुगम बनाया है और हरित प्रौद्योगिकियों के उपयोग को बढ़ावा दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, डिजिटल उपकरणों को अपनाने और सरकार के सभी स्तरों पर सहयोग को बढ़ावा देने के ज़रिए, भारत ने एक ऐसा रास्ता तैयार किया है जिसका अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाएँ अनुकरण कर सकती हैं।
पीएम मोदी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट पर दी प्रतिक्रिया
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की रिपोर्ट पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उसे सराहा। पीएम ने लिखा: प्रगति प्रौद्योगिकी और शासन के एक अद्भुत समामेलन का प्रतिनिधित्व करती है।
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