एटीएस के मुताबिक, गिरफ्तारी के बाद उनके फोन की जांच की गई, जिसमे 13 पाकिस्तानी फोन नंबर मिले। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पांचों आरोपी बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड और छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न हिस्सों में अपना रैकेट फैलाने के लिए सोशल मैसेंजर का इस्तेमाल करते थे।