सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में श्री हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर (Sai Hira Global Convention Centre) का उद्घाटन किया। पीएम ने कहा कि देश में आध्यात्मिक केन्द्रों का पुनरोद्धार हो रहा है।
पुट्टपर्थी (आंध्र प्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में श्री हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया। पीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े। इसके बाद सभा को संबोधित किया।
पीएम ने कहा, "श्री हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर के रूप में देश को एक प्रमुख विचार केंद्र मिल रहा है। इस सेंटर में आध्यात्मिकता की अनुभूति भी है और आधुनिकता की आभा भी है। इसमें सांस्कृतिक दिव्यता भी है और वैचारिक भव्यता भी है। आजादी के 100 वर्ष के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हुए हमने हमारे अमृतकाल को कर्तव्यकाल का नाम दिया है। हमारे इन कर्तव्यों में आध्यात्मिक मूल्यों का मार्गदर्शन भी है और भविष्य के संकल्प भी हैं। इसमें विकास भी है और विरासत भी है।"
इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी में नेतृत्व कर रहा भारत
नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज एक ओर देश में आध्यात्मिक केन्द्रों का पुनरोद्धार हो रहा है तो साथ ही भारत इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी में भी नेतृत्व कर रहा है। आज भारत दुनिया की टॉप- पांच अर्थव्यवस्था में शामिल हो चुका है। आज भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। डिजिटल टेक्नोलॉजी और 5G जैसे क्षेत्रों में हम बड़े-बड़े देशों का मुकाबला कर रहे हैं। दुनिया में आज जितने भी रियल टाइम ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हो रहे हैं उनके 40 फीसदी अकेले भारत में हो रहे हैं।"
पीएम ने कहा, “हमारे संतों ने हजारों वर्षों से ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना का पोषण किया है। संतों को हमारे यहां अक्सर बहते जल की तरह बताया जाता है। क्योंकि संत न कभी विचार से रुकते हैं, न कभी व्यवहार से थमते हैं। अनवरत प्रवाह और प्रयास ही संतों का जीवन होता है। एक सामान्य भारतीय के लिए ये मायने नहीं रखता कि इन संतों का जन्मस्थान क्या है। उनके लिए कोई भी सच्चा संत उसका अपना होता है। उसकी आस्था और संस्कृति का प्रतिनिधि होता है।”