सार

रिपोर्ट के मुताबिक, हथिनी के मुंह में घाव थे। वह कई दिनों से भूखी थी। 10-12 दिन से वह दर्द में थी। दर्द में रहने के बाद वह खाना भी नहीं खा सकी। इसके बाद वह पानी में गिर गई। इसके बाद वह पानी में डूब गई। पानी भरने के चलते उसके फेफड़ों ने भी काम करना बंद कर दिया था। 

केरल. केरल के मलप्पुरम में गर्भवती हथिनी की मौत को लेकर पूरे देश में चर्चा है। हर तरफ लोग इन अमानवीय व्यवहार को लेकर गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं। इसी बीच गर्भवती हथिनी की प्राथमिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि हथिनी के फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया था।

रिपोर्ट के मुताबिक, हथिनी के मुंह में घाव थे। वह कई दिनों से भूखी थी। 10-12 दिन से वह दर्द में थी। दर्द में रहने के बाद वह खाना भी नहीं खा सकी। इसके बाद वह पानी में गिर गई। इसके बाद वह पानी में डूब गई। पानी भरने के चलते उसके फेफड़ों ने भी काम करना बंद कर दिया था। 

पटाखों से भरा अनानास खिलाया
केरल के मलप्पुरम में एक प्रेग्नेंट हथिनी के साथ लोगों ने अमानवीय व्यवहार किया था। हथिनी को लोगों ने पटाखे भरकर अनानास खिला दिया था। इसके बाद वह बुरी तरह से जख्मी हो गई थी। हथिनी भूखी थी और वह जंगल से खाने की तलाश में भटकते हुए पास के गांव में पहुंच गई थी। यहां वह गलियों में घूम रही थी। लेकिन हथिनी को क्या पता था कि जिन इंसानों के पास वह खाने के लिए आ रही है, उनमें इंसानियत बची ही नहीं।

इस तरह सामने आया मामला
मलप्पुरम में 27 मई को एक हथिनी खाने की तलाश में जंगल से बाहर आई थी। मादा हाथी के साथ स्थानीय लोगों ने दुर्व्यवहार किया। यहां तक की उसे पटाखों से भरा अनानास भी खिला दिया। यह उसके मुंह में फट गया। यह मामला उस वक्त सामने आया, जब उत्तरी केरल के मलप्पुरम में एक फॉरेस्ट अफसर ने इस घटना को सोशल मीडिया पर शेयर किया।

केरल सरकार भी आई एक्शन में
मुख्यमंत्री पी विजयन ने भी घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, मामले में 3 संदिग्धों को ध्यान में रखकर जांच चल रही है। दोषियों को सजा दिलाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।