सार
दरअसल, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपने ट्वीट में जिस फोटो का इस्तेमाल किया, उसमें डोगरा रेजीमेंट के झंडे को क्रॉप कर दिया गया है। इस पर लोगों ने राहुल को आड़े हाथों लिया। एक यूजर ने राहुल के ट्विटर पर कमेंट करते हुए लिखा - आपने डोगरा रेजीमेंट के झंडे को फोटो से हटाकर डोगरा रेजीमेंट का अपमान किया है।
नई दिल्ली। गलवान में चीनी सैनिकों द्वारा उनका झंडा फहराने के बाद मंगलवार को भारतीय सेना (Indian Army) ने चीन को चीन की भाषा में जवाब दिया। सेना ने गलवान में तिरंगा फहराया। यह तस्वीरें मंगलवार को देशभर में चर्चा में रहीं। इस बीच कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi)ने बुधवार सुबह भारतीय सेना का एक फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया - भारत की पवित्र भूमि पर हमारा तिरंगा ही फहराता अच्छा लगता है। हालांकि, इस ट्वीट को लेकर वह सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए।
दरअसल, राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में जिस फोटो का इस्तेमाल किया, उसमें डोगरा रेजीमेंट के झंडे को क्रॉप कर दिया गया है। इस पर लोगों ने राहुल को आड़े हाथों लिया। एक यूजर ने राहुल के ट्विटर पर कमेंट करते हुए लिखा - आपने डोगरा रेजीमेंट के झंडे को फोटो से हटाकर डोगरा रेजीमेंट का अपमान किया है। गौरतलब है कि गलवान में भारतीय सेना की डोगरा रेजीमेंट तैनात है। राहुल द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर में सेना ने जो झंडा फहराया, वह दिख ही नहीं रहा है।
राहुल द्वारा पोस्ट किए गए ट्वीट में झंडा नहीं दिखने पर वह कुछ ही देर में सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। एक अन्य यूजर ने राहुल के ट्वीट पर कमेंट करते हुए दो फोटो पोस्ट कीं। उसने लिखा - पप्पू जी, आपने यह तस्वीर क्यों क्रॉप की। पूरी तस्वीर पोस्ट करते हुए इस यूजर ने लिखा - यह है पूरी तस्वीर! एक अन्य यूजर ने लिखा - पप्पू जी, डरो मत। लोग कह रहे हैं कि यह #FreeTibet का झंडा नहीं है। यह डोगरा रेजीमेंट का झंडा है। पूरी तस्वीर पोस्ट करें।
एक यूजर ने लिखा - चीन को बुरा लगगा तो उनकी (राहुल) गांधी की पेमेंट रुक जाएगी। एक अन्य यूजर ने लिखा - उस व्यक्ति पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता जिसने चीन के साथ MOU साइन किया हो। वह राष्ट्र के लिए खतरा है। राहुल के इस पोस्ट पर लोगों ने उनसे तरह-तरह के सवाल पूछे हैं। एक यूजर ने लिखा- राहुल गांधी, कब चुप्पी तोड़ेंगे। उसने पूछा- चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) से कांग्रेस का क्या गुप्त समझौता हुआ था। CCP से कांग्रेस द्वारा संचालित RGF फंड में डोनेशन का क्या कारण था। डोकलाम के समय राहुल की चीनी नेताओं से क्या सीक्रेट मीटिंग हुई थी।
राहुल के ट्वीट पर कुछ लोगों ने कहा- इसका श्रेय आपको जाता है। कई लोगों ने ऐसे यूजर्स की क्लास ली। दरअसल, राहुल गांधी ले 2 जनवरी 2022 को गलवान में चीनी सेना द्वारा उनका राष्ट्रीय ध्वज फहराने की बात कही थी। उन्होंने ट्वीट किया था- कब चुप्पी तोड़ेंगे प्रधानमंत्री। इस पर लोगों ने कहा- राहुल जी, आपने जो फोटो ट्वीट किया था वह फेक थी। एक यूजर ने कहा- क्या आप सेना का इंटरव्यू नहीं पढ़े। वह फेक वीडियो था, जिस पर इंडियन आर्मी को रिएक्शन नहीं देना था। लेकिन पप्पूजी ने रिएक्शन देकर चीन को सपोर्ट किया। वो वीडियो चीन के अंदर आने वाले इलाके का था।
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