सार

रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामल में दोनों आरोपी 10 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। दोनों आरोपियों को एनआईए कोर्ट में पेश किया गया था। 11 अप्रैल को पश्चिम बंगाल से उनकी गिरफ्तारी हुई थी।  

बेंगलुरू। बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट मामले में शनिवार को दोनों आरोपियों को स्पेशल एनआईए कोर्ट में पेश किया गया था। पेशी के बाद कोर्ट ने दोनो आरोपियों को 10 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। कोर्ट में पेशी से पहले दोनों आरोपियों का मेडिकल टेस्ट भी कराया गया था। एनआईए की टीम ने स्पेशल ऑपरेशन के दौरान दोनों आतंकियों को पश्चिम बंगाल के पुरबा मेदिनीपुर जिले से गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों के नाम अब्दुल मतीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब है।

मुसाविर हुसैन शाजिब ने ही बम रखा था कैफे में 

मुसाविर हुसैन शाजिब रामेश्वर कैफे ब्ला्ट का मुख्य आरोपी है। एनआई के मुताबिक शाजिब ने कैफे में विस्फोटक रखा थाअब्दुल मतीन ताहा ने इस ब्लास्ट कांड में उसका साथ दिया था। दोनों ही कर्नाटक के शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली निवासी हैं। बेंगलुरु के रामेश्‍वरम कैफे में बीते 1 मार्च को दोपहर करीब 1 बजे बम धमका हुआ था। विस्फोट में 10 लोग घायल हो गए थे। रामेश्‍वरम कैफे ब्लास्ट में आरोपियों के तार ISIS से जुड़े होने की बात भी सामने आ रही है। मामले की जांच एनआईए कर रही है।

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आरोपियों की तलाश में 18 ठिकानों पर डाली थी रेड
NIA ने दोनों आरोपियों की तलाश में पश्चिम बंगाल से पहले कर्नाटक, तमिलनाडु और UP के 18 ठिकानों पर दबिश दी थी। टीम ने आरोपियों के सर पर 10 लाख रुपये तक के ईनाम की घोषणा की थी। इसके बाद भी वे हाथ नहीं आ रहे थे। 11 अप्रैल को दोनों को पश्चिम बंगाल में दबिश देने के बाद गिरफ्तार किया था। 

सीसीटीवी में टोपी खरीदते नजर आया था शाजिब
शाजिब की पहचान को पुलिस को सीसीटीवी खंगालने के दौरान हुई। शाजिब सीसीटीवी में ब्लास्ट से पहले टोपी खरीदते नजर आया था। कैफे ब्लास्ट के संदिग्ध मुसाविर हुसैन शाजिब ने ब्लास्ट की घटना को अंजाम देने के दौरान टोपी पहन रखी थी। उसी टोपी से ही शाजिब की पहचान हुई है। पुलिस को शाजिब की एक दुकान से टोपी खरीदने की सीसीटीवी फुटेज मिली थी जिसके मदद से उसे गिरफ्तार किया गया है।