सार
सिद्धू मूसेवाला की हत्या (Sidhu Moosewala Murder) के मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने न्यायिक आयोग का गठन किया है। पुलिस ने उत्तराखंड में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस की टीम ने तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई, काला जत्थेदी और काला राणा से पूछताछ की है।
चंडीगढ़। पंजाब के फेमस सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या (Sidhu Moosewala Murder) के मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने न्यायिक आयोग का गठन किया है। इसके साथ ही पुलिस ने उत्तराखंड में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। उत्तराखंड के देहरादून में सोमवार को राज्य पुलिस और एसटीएफ की मदद से 6 लोगों को पकड़ा गया।
हिरासत में लिए गए 6 लोगों में से एक पर संदेह है कि वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य है। उसके बारे में पुलिस को ऐसी जानकारी मिली है कि वह मूसेवाला की हत्या में शामिल था। पुलिस ने इस संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी ओर दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक पुलिस की एक टीम ने तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई, काला जत्थेदी और काला राणा से पूछताछ की। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम पंजाब के लिए रवाना हो गई है।
सलाखों के पीछे होंगे अपराधी
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि अपराधी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे। मुख्यमंत्री ने हत्याकांड की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है। सीएम के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया गया कि मामले की जांच के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के मौजूदा जज के अधीन एक न्यायिक आयोग का गठन किया गया है।
यह भी पढ़ें- सिद्धू मूसेवाला के मर्डर के बाद 'मेहनत के महल' में सन्नाटा, रह-रहकर सिसकियां ही सुनाई दे रहीं
हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा- क्यों सार्वजनिक किए सुरक्षा से जुड़े दस्तावेज?
मूसेवाला को पहले राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा दी गई थी। शनिवार को पंजाब सरकार ने 424 लोगों की सुरक्षा वापस ले ली थी या उसे कम कर दिया था। इसके साथ ही उन लोगों के नाम भी सार्वजनिक कर दिए थे, जिनकी सुरक्षा हटाई गई। इस मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से पूछा है कि सुरक्षा से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक क्यों किए गए?
यह भी पढ़ें- जिसे अपना गुरु मानते थे सिद्धू मूसेवाला उसका भी हुआ था दर्दनाक अंत, काफी मिलती है दोनों की कहानी