सार

26 अप्रैल को आयोजित हुए मन की बात @ 100 नेशनल कॉन्क्लेव में मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित सामाजिक कार्यकर्ता विपुल गोयल भी शामिल हुए।

नई दिल्ली: मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (Muscular Dystrophy) से पीड़ित सामाजिक कार्यकर्ता विपुल गोयल ( Vipul Goyal) को हाल में हुए मन की बात @ 100 ( Mann Ki Baat@100) नेशनल कॉन्क्लेव कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। वह प्रोग्राम में शामिल 100 विशेष मेहमानों में शामिल थे। इस कार्यकर्म में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) भी शामिल हुए थे। बता दें कि पीएम मोदी ने मन की बात (Mann Ki Baat) के 95वें एपिसोड के दौरान गोयल के सामाजिक कार्यों, उनकी शारीरिक अक्षमता पर चर्चा की थी। यह प्रोग्राम पिछले साल नवंबर में आकाशवाणी पर प्रसारित हुआ था।

अपने मंथली रेडियो संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 'इंडियन एसोसिएशन ऑफ मस्कुलर डिस्ट्रॉफी' के गठन में गोयल की भूमिका के बारे में विस्तार से बात की थी। Indian Association Of Muscular Dystrophy देश भर में मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित रोगियों के लिए जागरूकता शिविर आयोजित करता है।

मन की बात में पीएम मोदी ने की चर्चा

मन की बात के अपने 95वें एपिसोड के दौरान पीएम मोदी ने संगठन को लेकर कहा था, " इसकी सबसे उत्साहजनक बात यह है कि इस संगठन का प्रबंधन इस बीमारी से पीड़ित लोगों द्वारा किया जाता है। जैसे कि सोशल वर्कर उर्मिला बाल्दी,जो इंडियन एसोसिएशन ऑफ मस्कुलर डिस्ट्रॉफी की अध्यक्षहैं। इसके अलावा संजना गोयल-जी, साथ ही इस संगठन से जुड़े लोग जो इसमें प्रमुख भूमिका निभाते हैं और सभी इस बीमारी से जूझ रहे हैं।

संगठन को स्थापित करने में विपुल गोयल का अहम रोल

पीएम मोदी ने कहा कि विपुल गोयल-जी ने इस संगठन को स्थापित करने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस संस्था को आगे ले जाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस दुर्लभ बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश के सोलन में मानव मंदिर (Manav Mandir) नामक क्लिनिक स्थापित की है। इसे मेडिकर साइंस रिसर्च और इनोवेशन के साथ बनाया गया है।

पीएम मोदी मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित लोगों के ठीक होने की कामना की

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था, "मैं इस दिशा में किए जा रहे सभी प्रयासों की दिल से सराहना करता हूं और मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित लोगों के ठीक होने की भी कामना करता हूं।" इससे पहले, हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में एक रैली के दौरान पीएम मोदी अपने वाहन से उतरे और मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों और व्हीलचेयर पर बैठे लोगों से मिले, जो उनका स्वागत करने के लिए निकले थे.

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