सार
अमरावती/तिरुपति: लड्डू प्रसाद में जानवरों की चर्बी की मिलावट के विवाद के कारण, तिरुमला वेंकटेश्वर मंदिर का ‘शुद्धिकरण’ करने की बात आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कही है। शनिवार को विवाद पर एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए, नायडू ने कहा, ‘हम मठाधीशों, पुजारियों और अन्य हिंदू धर्म के विद्वानों के साथ विचार-विमर्श करेंगे कि जो अपमान हुआ है, उसे कैसे सुधारा जाए। संप्रोक्षण (शुद्धिकरण) कैसे किया जाए, इस बारे में चर्चा करके फैसला लिया जाएगा।’
इस बीच, लड्डू में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल करने के आरोप को खारिज करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'जगन के कार्यकाल में राज्य के कई मंदिरों के अपवित्र होने की शिकायतें मिली थीं। हर धर्म की अपनी पवित्रता होती है। हमारी सरकार इसकी रक्षा करेगी।'
‘जगन के कार्यकाल में सिर्फ 320 रुपये में लड्डू के लिए घी खरीदा जाता था। इतनी कम कीमत पर खरीद कैसे संभव है?', यह कहते हुए नायडू ने कहा, 'मैंने सत्ता में आते ही तिरुमला मंदिर में 'सफाई अभियान' (घोटालों पर रोक लगाने का काम) शुरू कर दिया था। कुछ आपूर्तिकर्ताओं को ब्लैकलिस्ट करके लड्डू की गुणवत्ता बढ़ाने के उपाय शुरू किए गए। इसी के तहत हमने कर्नाटक से नंदिनी घी खरीदा। टीटीडी के नए सीईओ ने ऐसे कई कदम उठाए। लेकिन बिना किसी प्रचार के हम अपना काम करते रहे। लेकिन अब भगवान ने मुझे लड्डू घोटाले के बारे में बोलने के लिए मजबूर कर दिया है।'
अन्य जगहों पर लड्डू बनाने के प्रयास विफल:
इस बीच, तिरुपति लड्डू की श्रेष्ठता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'लड्डू का सदियों पुराना इतिहास रहा है। कई बार इसी तरह के लड्डू बनाने की कोशिश की गई। लेकिन सफलता नहीं मिली। अयोध्या में भी तिरुमला से कारीगरों को बुलाकर लड्डू बनाने की कोशिश की गई। लेकिन सफलता नहीं मिली। यह बात मुझे खुद अयोध्या के लोगों ने बताई है।'
तिरुपति में कुंभ अभिषेक?
लड्डू प्रसाद विवाद के बाद, कुछ मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने तिरुपति के तिरुपति मंदिर के शुद्धिकरण के लिए कुंभ अभिषेक करने की तैयारी शुरू कर दी है।