सार

बता दें कि सितंबर के महीने मुंबई से नौसेना का 20 सदस्यीय दल बागेश्वर में स्थित त्रिशूल पर्वत की चोटी आरोहण करने के लिए निकला था।

देहरादून. इंडियन नेवी (Indian Navy) के पर्वतारोहियों के साथ शनिार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। इस हादसे में चार जवान शहीद हो गए हैं। दरअसल, उत्तराखंड की त्रिशूल चोटी को जीतने निकले नौसेना के लापता पर्वतारोहियों में से चार के पार्थिव शरीर बरामद कर लिए गए हैं। ये लोग हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद गायब हो गए थे।

 

 

शनिवार देर शाम इनमें से चार का पता चल गया। एक पर्वतारोही की अभी भी तलाश जारी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा- माउंट त्रिशूल की चढ़ाई के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आए नौसेना के पांच लापता पर्वतारोहियों में से लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती एवं हरिओम एमसीपीओ के पार्थिव शरीर बरामद हुए हैं। ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि परिजनों को यह अपार कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

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बता दें कि सितंबर के महीने मुंबई से नौसेना का 20 सदस्यीय दल बागेश्वर में स्थित त्रिशूल पर्वत की चोटी आरोहण करने के लिए निकला था। कर्नल बिष्ट ने कहा था कि बचाव दल अभी भी घटनास्थल के करीब पहुंचने की कोशिश कर रहा है। खराब मौसम के कारण बचाव अभियान में रुकावट आ रही है। कर्नल बिष्ट ने कहा, " बचाव दल के सदस्य सतलुज शिविर दो तक पहुंच चुके हैं और हमें उम्मीद है कि वे कल तक जगह पर पहुंच जाएंगे। 

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एनआईएम, उत्तरकाशी से बचाव दल की एक टीम, हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल, गुलमर्ग और गढ़वाल स्काउट्स के जवान संयुक्त खोज और बचाव अभियान में जुटे हुए हैं। प्राप्त सूचना के अनुसार भारतीय नौसेना के पर्वतारोहियों की 20 सदस्यीय टीम ने 15 दिन पहले 7,120 मीटर ऊंचाई वाले त्रिशूल चोटी पर चढ़ाई के लिए एक अभियान शुरू किया था।