बेंगलुरु एयरपोर्ट से घर जाने के लिए एक युवती ने 450 रुपये में कैब ली, लेकिन ड्राइवर ने उसे धोखा देकर 3000 रुपये ऐंठ लिए और सुनसान जगह पर छोड़ दिया। आधी रात को दूसरी कैब बुक करके वह किसी तरह घर पहुंची।
बेंगलुरु: बेंगलुरु हवाई अड्डे से अपने रहने की जगह तक की यात्रा के दौरान हुए एक भयानक अनुभव को एक युवती ने सोशल मीडिया पर साझा किया। 450 रुपये में घर छोड़ने का वादा करने वाले टैक्सी ड्राइवर ने अंततः 3000 रुपये ऐंठ लिए। इतना ही नहीं, उसे बताई गई जगह पर भी नहीं छोड़ा। आधी रात को दूसरी ऑनलाइन टैक्सी बुक करके वह किसी तरह घर पहुंची, ऐसा उसने रेडिट पर अपनी पोस्ट में बताया।
रात 10.30 बजे बेंगलुरु में उसका विमान उतरा। उसने अपने पी.जी. तक बस से जाने का फैसला किया था। बाद में सोचा कि ऑनलाइन टैक्सी बुक कर लेगी। बाहर निकलकर थोड़ा आगे बढ़ी ही थी कि एक आदमी उसके पास आया और 450 रुपये में उसे उसके गंतव्य तक छोड़ने की बात कही। पहले तो उसे शक हुआ, लेकिन उस आदमी ने बताया कि उसे अपने एक दोस्त को जल्दी से कहीं छोड़ना है और फिर वह के.आर. पुरा स्थित अपने घर जाएगा। युवती का पी.जी. भी के.आर. पुरा के पास ही था। विश्वास दिलाने के लिए, उसने अपने नियमित यात्राओं का प्रमाण दिखाने वाला मैप भी दिखाया। वह यह जताने की कोशिश कर रहा था कि वह ऐसा नियमित रूप से करता है।
युवती ने पहले तो कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसके बाद वह जिद करने लगा। बस का किराया ही लगभग 350 रुपये था, इसलिए कार से जाने के लिए 450 रुपये की बात सुनकर उसे थोड़ा संदेह हुआ, लेकिन फिर भी वह मान गई। इसके बाद एक आदमी कार लेकर आया। दोनों कार में बैठ गए। युवती से बात करने वाला आगे की सीट पर और युवती पीछे बैठ गई। थोड़ी दूर चलने के बाद, उसने 200 रुपये टोल टैक्स के रूप में मांगे।
युवती ने बताया कि सुनसान रास्ते से यात्रा शुरू होते ही उसे डर लगने लगा। लेकिन दोनों लोग दोस्ताना अंदाज में बातें करते रहे। फिर बातचीत हिंदी में होने लगी। कहां से आ रही हो, क्या काम करती हो, जैसी जानकारी पूछी गई। फिर कार में तेज आवाज में गाना बजाने लगे, आपस में झगड़ा करने लगे और रास्ते में चलने वाले दूसरे लोगों को गालियां देने लगे। एक जगह रुककर सिगरेट खरीदने और चाय पीने के लिए उतरे। युवती से भी पूछा कि उसे कुछ चाहिए, लेकिन उसने मना कर दिया। फिर एक पेट्रोल पंप पर रुके। वहां युवती को 300 रुपये देने को कहा। डरी हुई युवती ने पैसे दे दिए। उसे उम्मीद थी कि उसे घर तो पहुंचा ही देंगे।
लेकिन इसके बाद दोनों कार में बैठकर सिगरेट पीने और नशा करने लगे। एक सुनसान जगह पर कार रोककर एक और आदमी को बिठा लिया। उसे अपना दोस्त बताया। थोड़ी दूर तीनों साथ गए, फिर उससे कहा कि उसके फोन पर एक ओटीपी आएगा और उसे वह ओटीपी बताना होगा। बताया कि यह एक कैब ऐप का ओटीपी है। डरी हुई युवती ने ओटीपी बता दिया, तो उसे 3000 रुपये का बिल दिखाया। जब उसने पूछा कि 450 रुपये की बात हुई थी, तो वे लोग चिल्लाने लगे और झगड़ा करने लगे।
फिर उनमें से एक ने युवती का फोन छीन लिया और हवाई अड्डे पर उसने जिस नंबर पर अपनी लोकेशन भेजी थी, उसे फोन से डिलीट कर दिया। इसके बाद पैसे लेकर उसे एक जगह उतार दिया। फिर युवती ने दूसरी उबर कैब बुक करके घर पहुंची। युवती ने अपनी पोस्ट में बताया कि उसे उसके घर से लगभग 15 किलोमीटर दूर छोड़ दिया गया था। उसने यह भी बताया कि दूसरा कैब ड्राइवर अच्छा इंसान था, इसलिए वह बिना किसी नुकसान के सुरक्षित घर पहुंच गई।
