सार
दुनिया के नंबर 1 टेनिस प्लेयर नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) और ऑस्ट्रेलियन सरकार का टकराव बढ़ता ही जा रहा है।
स्पोर्ट्स डेस्क: दुनिया के नंबर 1 टेनिस प्लेयर नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) और ऑस्ट्रेलियन सरकार के बीच वीजा विवाद गहराता जा रहा है। फेडरल कोर्ट द्वारा सर्बियाई टेनिस स्टार का वीजा रद्द करने के ऑस्ट्रेलियाई सरकार के फैसले को पलटने के बाद नोवाक जोकोविच को ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलने की मंजूरी मिल गई है।
ऑस्ट्रेलिया ओपन में खेलने का रास्ता साफ
इस फैसले को जोकोविक की जीत के रूप में देखा जा रहा है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने माना की जोकोविच के साथ गलत व्यवहार किया गया। चीजों को ठीक से नहीं समझा गया। कोर्ट ने ऑस्ट्रेलिया सरकार को फटकार लगाते हुए आदेश दिया जोकोविच का पासपोर्ट और बाकी जो भी सामान सरकार द्वारा जब्त किया गया है, उसे तुरंत वापस किया जाए। इस मामले में अभी तक नोवाक जोकोविच की तरफ से कोई ऑफिशियल बयान सामने नहीं आया है।
दुनियाभर की टिकी थी नजरें
दोनों ही पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं थे। कोर्ट में पहुंचने के बाद यह लड़ाई पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर रही है। सर्बियाई खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का वीजा रद्द किए जाने के मामले में सोमवार को सुनवाई हुई। नोवाक जोकोविच मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट की लाइव स्ट्रीमिंग तक क्रैश हो गई। हालांकि इस समस्या को तुरंत ठीक भी कर दिया गया। इस सुनवाई पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं।
जोकोविच को मिली राहत
इस मामले में सुनवाई शुरू होते ही जोकोविच को राहत मिली। कोर्ट ने उनके ऑस्ट्रेलिया में रुकने के समय को बढ़ा दिया। मेलबर्न के समय के अनुसार उन्हें देश छोड़कर जाना था लेकिन सुनवाई को देखते हुए कोर्ट ने उनके रुकने की इजाजत दे दी है। अब सुनवाई की वजह से उनका समय सोमवार रात 8 बजे तक बढ़ गया है।
जोकोविच के लिए बढ़ सकती है समस्या
अगर इस मामले में नोवाक जोकोविच का पक्ष कमजोर रहता है या उनके वकील कोर्ट में यह साबित करने में नाकाम रहते हैं तो उन्हें क्वारेंटीन किया जा सकता है। साथ ही उन्हें ऑस्ट्रेलियन ओपन में भाग लेने से भी रोका जा सकता है। इतना ही नहीं उनपर भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है। यह मामला अब एक टूर्नामेंट में भाग लेने से आगे निकलकर सियासी रूप ले चुका है।
जोकोविच के वकील की दलील
जोकोविच के वकील का कहना है, "नियमों के मुताबिक नोवाक जोकोविच ने सभी जानकारी दे दी थी। जोकोविच ने एक प्रोफेसर, डॉक्टर से अप्रूव मेडिकल तकलीफ की जानकारी दी थी, ऐसे में नियमों के मुताबिक इतना काफी था। अगर उन्हें किसी तरह की पहले से छूट ना मिलती और नियमों को तोड़ने की बात आती, तो वह ऑस्ट्रेलिया आते ही नहीं।"
क्या है विवाद की जड़
20 बार ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके नोवाक जोकोविच ने कोरोना वैक्सीन लेने से इनकार करते रहे हैं। ऑस्ट्रेलियन में भी बिना वैक्सीन के ही खेलना चाहते थे लेकिन वहां के सख्त नियमों के चलते उन्हें मुंह की खानी पड़ी। मेलबर्न पहुंचते ही उनका वीजा रद्द कर दिया गया और उन्हें क्वारेंटीन कर दिया गया। इसके बाद जोकोविच कोर्ट की शरण में पहुंचे हैं जहां उनके ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलने का फैसला तय होगा।
दो देशों के संबंध दांव पर
एक टूर्नामेंट में भाग लेने से उपजे इस विवाद पर अब दो देशों (सर्बिया और ऑस्ट्रेलिया) के संबंध भी दांव पर लग गए हैं। ऑस्ट्रेलिया में कोविड (Covid) के निमय काफी सख्त हैं जिन्हें किसी के लिए नहीं बदला जाता। वहीं सर्बिया अपने स्टार खिलाड़ी के साथ हुए बर्ताव से नाराज है। सर्बिया यह कह चुका है कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने उसके खिलाड़ी के साथ सही व्यवहार नहीं किया है। ऐसे व्यवहार को अनदेखा नहीं किया जा सकता।
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