सार

बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप (BWF World Championship) से चोट के चलते भारत की स्टार प्लेयर पीवी सिंधू (PV Sindhu) बाहर हो गई हैं। पिछले 10 वर्ष में यह पहला मौका है, जब विश्व चैंपियनशिप में पीवी सिंधू नहीं खेलेंगी। 

BWF World Championship. बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में अब मेडल की उम्मीद लक्ष्य सेन से हैं। क्योंकि पीवी सिंधू चोट की वजह से टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं। लक्ष्य सेन के अलावा एचएच प्रणय से भी मेडल की उम्मीदें होंगी। पीवी सिंधू कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान चोटिल हो गईं थीं, जिसकी वजह से उन्हें इस टूर्नामेंट से हटना पड़ा है। पीवी सिंधू वर्ल्ड चैंपियनशिप में 5 मेडल जीत चुकी हैं, जिसमें 2019 में उनके द्वारा जीता गया गोल्ड मेडल भी शामिल है।

इन खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद
वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत की ओर से लक्ष्य सेन, एचएच प्रणय के अलावा श्रीकांत भी हिस्सा ले रहे हैं और तीनों खिलाड़ी इस वक्त शानदार फार्म में हैं। यदि श्रीकांत शुरूआत के मैच जीत लेते हैं तो क्वार्टर फाइनल में उनका मुकाबला दुनिया के पांचवें नंबर के प्लेयर जिया जिया से हो सकती है। भारतीय चुनौती पेश करने वालों में युगल में चिराग सेठी और सात्विक साईंराज रंकीरेड्डी पर भी सभी की निगाहें होंगी। यह भारतीय जोड़ी कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीत चुकी है और वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी इनसे पदक की उम्मीदें होंगी। 

साइना नेहवाल की होगी वापसी 
विश्व की नंबर 33 खिलाड़ी साइना नेहवाल इस बार गैर वरीयता प्रात्प टोक्यो इवेंट में फार्म वापस पाने की कोशिश करेंगी। पूर्व में विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी रह चुकीं साइना नेहवाल इस बार सिंधू की गैरमौजूदगी में बेहतर प्रदर्शन करेंगी। पहले दौर में उनका मुकाबला चेउंग नगन यी से होगा जिनके खिलाफ उनका रिकार्ड 3-1 का है। 32 वर्षीय साइना नेहवान ने विश्व चैंपियनशिप में दो पदक जीते हैं। जिसमें 2017 में सिल्वर मेडल और 2017 में ब्रान्ज मेडल शामिल है। विश्व चैंपियनशिप में एकमात्र गोल्ड मेडल जीतने का श्रेय पीवी सिंधू के पास है। भारत कुल 26 खिलाड़ियों के साथ विश्व चैंपियनशिप में तीसरे पायदान पर है। जापान 32 खिलाड़ियों के साथ पहले नंबर पर और मलेशिया 27 खिलाड़ियों के साथ दूसरे नंबर पर है। 

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