सार
भारत के ओडिशा में होने वाले हॉकी विश्व कप 2023 (Hockey World Cup 2023) के शुरू होने से पहले देश के अलग-अलग राज्यों से हॉकी प्रतिनिधि एक जगह इकट्ठे हुए। ओडिशा के कोणार्क ईको रिट्रीट में नेशनल हॉकी कॉन्क्लेव (National Hockey Conclave) का आयोजन किया गया।
National Hockey Conclave Konark. भारत की मेजबानी में हॉकी विश्व कप का आयोजन ओडिशा में 13 जनवरी से किया जा रहा है। इसका उद्घाटन समारोह 11 जनवरी को कटक में आयोजित किया गया है। इसस पहले ओडिशा के ही कोणार्क में नेशनल हॉकी कॉनक्लेव का आयोजन किया गया, जहां देश के अलग-अलग राज्यों से हॉकी से जुड़े लोग इकट्ठा हुए। यह आयोजन भी ओडिशा राज्य की तरफ से ही आयोजित किया गया, जहां 13 से 29 जनवरी तक हॉकी वर्ल्ड कप खेला जाना है।
इन खिलाड़ियों की रही मौजूदगी
नेशनल हॉकी कॉनक्लेव में हॉकी इंडिया के प्रेसीडेंट दिलीप टर्की, ओडिशा के स्पोर्ट्स मिनिस्टर तुषार कांति बेहरा, सेक्रेटरी जनरल भोलानाथ सिंह, बिहार रूरल डेवलपमेंट मिनिस्टर श्रवण सिंह, पूर्व हॉकी खिलाड़ी जफर इकबाल, पूर्व कोच अजय कुमार बंसल, एबी सुबैय्याह, आरपी सिंह के अलावा 15 राज्यों के हॉकी एसोसिएशन के सचिव भी मौजूद रहे। सभी प्रतिभागियों का पुरी प्रशासन ने स्वागत किया। कोणार्क के रामचंडी बीच पर स्थित होटल में आयोजित यह कार्यक्रम अलग तरह का एक्सपीरियंस देने वाला रहा। यहां सभी राज्यों में हॉकी खेल को बढ़ावा देने पर सहमति बनी और सभी ने एक-दूसरे का सहयोग करने पर गंभीर चर्चा की।
हॉकी को बढ़ावा देने पर चर्चा
कॉनक्लेव के दौरान देश में इंडियन हॉकी इको सिस्टम तैयार करने पर जोर दिया गया ताकि हॉकी का संपूर्ण विकास हो सके। कॉनक्लेव में हॉकी खिलाड़ियों के प्रदर्शन, कोचिंग की आवश्यकता, अगल तरह की स्कीम का लाभ लेने और प्रशासनिक सहयोग पर भी चर्चा की गई। इस दौरान दुनिया भर में उभरते नए ट्रेंड्स और उसके अनुसार खुद को ढालने पर भी चर्चा की गई। बाद में संयुक्त बयान भी जारी किया गया। इस दौरान पूर्व खिलाड़ियों ने खेल के दौरान अपने अनुभवों को शेयर किया। उन्होंने यह भी बताया कि टीम को कैसे उंचाई पर ले जाया जा सकता है।
चीफ मिनिस्टर ने भी किया वेलकम
ओडिशा के चीफ मिनिस्टर नवीन पटनायक ने वीडियो मैसेज के माध्यम से सभी डेलीगेट्स का वेलकम किया। उन्होंने कहा कि भारत लगातार दूसरी बार हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी को इस ऐतिहासिक क्षण पर पूरा विश्वास होगा। नेशनल हॉकी कॉनक्लेव में भाग लेने वाले सभी डेलीगेट्स को भारत की इस उपलब्धि पर गर्व होगा।
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