सार
साल 2021 में भारतीय फुटबॉल टीम (Indian football Team) ने कई मौकों पर शानदार प्रदर्शन किया और अपनी छाप छोड़ी।
स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय फुटबॉल (Indian football) के लिए 2021 एक बेहद ही यादगार साल रहा है। इस साल भारतीय फुटबॉल टीम (Indian football Team) ने शानदार प्रदर्शन किया और कभी न भूलने वाले कारनामे अंजाम दिए। टीम के कई खिलाड़ियों ने अपने बेहतर प्रदर्शन से कई उपलब्धियां हासिल कीं, जिससे उन्होंने इस वर्ष खूब सुर्खियां भी बटोरीं। हालांकि इस साल टीम को कई नााकामियों का भी सामना करना पड़ा जिनसे सबक लेकर वह नए साल में नई शुरुआत करना चाहेगी।
इन दिग्गजों ने अपने प्रदर्शन से किया प्रभावित
भारतीय फुटबॉल टीम ने इस साल दुबई में ओमान और संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ 12 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जो एक अच्छा अनुभव रहा। इसके अलावा भारत के स्टार फुटबॉलर सुनील छेत्री, संदेश झिंगन, मनीषा कल्याण और बाला देवी जैसे दिग्गजों ने अपने खेल से काफी प्रभावित किया। बात सुनील छेत्री की करें तो वे इस साल मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बने। छेत्री को इससे पहले पद्म श्री पुरस्कार और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
अपने 19 साल के लंबे करियर में छेत्री ने 125 मैचों में 80 अंतरराष्ट्रीय गोल किए हैं। वे वर्तमान में अर्जेटीना के स्टार खिलाड़ी लियोनेल मेस्सी के साथ सक्रिय फुटबॉलरों में सर्वकालिक गोल करने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं। पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो 115 गोलों के साथ पहले नंबर पर चल रहे हैं। छेत्री की अगुवाई में इस साल भारतीय टीम ने मालदीव में आठवां सैफ चैंपियनशिप का खिताब जीता। 37 साल के सुनील छेत्री इंडियन सुपर लीग में बेंगलुरु एफसी टीम की कमान भी संभालते हैं।
पंजाब के 20 वर्षीय मिडफील्डर संदेश झिंगन को एआईएफएफ 'इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर' का पुरस्कार मिला। सर्वश्रेष्ठ सेंटर-बैक में से एक झिंगन ने क्रोएशियाई शीर्ष-फ्लाइट क्लब एचएनके सिबेनिक में अपना नाम सुरक्षित किया है। झिंगन ने इस दौरान उच्च स्तर मैचों में खेलने के लिए यूरोप जाने का फैसला किया।
महिला टीम की स्ट्राइकर बाला देवी स्कॉटिश साइड रेंजर्स के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के बाद सुर्खियों में आईं हैं। वह यूरोपीय फुटबॉल में गोल करने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने बाला देवी को महिला फुटबॉलर ऑफ द ईयर पुरस्कार से भी सम्मानित किया है। वहीं बात मनीषा कल्याण की करें तो उन्होंने भी इस साल बड़ी उपलब्धि अपने नाम की। वे ब्राजील टीम के खिलाफ गोल करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं।
एलीट रेफरी डेवलपमेंट प्रोग्राम
रेफरी की संख्या कम होने से अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने एलीट स्तर के रेफरी को तैयार करने और विकसित करने के लिए 'एलीट रेफरी डेवलपमेंट प्रोग्राम' चलाया है। प्रोग्राम के तहत अगले तीन वर्षो में 10 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है। फुटबॉल गवर्निंग बॉडी ने राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच स्टिमैक का अनुबंध भी सितंबर 2022 तक बढ़ा दिया है।
इसलिए हुई निराशा
आठवें एसएएफएफ चैम्पियनशिप खिताब में उच्च स्तर का प्रदर्शन करने के बाद इस साल भारतीय टीम ने अपने कुछ मौकों पर निराश भी किया। भारतीय पुरुष टीम एएफसी एशियाई कप के लिए सीधे क्वालीफाई करने से चूक गई।
2022 के लिए ये चुनौतियां
साल 2022 नई चुनौतियों के साथ भारतीय फुटबॉलरों का इंतजार कर रहा है। अक्टूबर में भारत फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी करेगा। वहीं सुनील छेत्री की अगुवाई वाली टीम एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालीफायर में खेलेगी। जनवरी में भारत एएफसी एशियाई कप की मेजबानी भी करेगा।
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