सार

 गुजरात के एक युवक ने ऐसी मानवता की मिसाल पेश की है, जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। उसने अपनी जान की परवाह किए बिना एक कबूतर की जान बचाकर उसको नया जीवन दिया।
 


वडोदरा (गुजरात). देश में आए दिन इंसानियत को शर्मसार करने वाले मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन गुजरात के एक युवक ने ऐसी मानवता की मिसाल पेश की है, जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। उसने अपनी जान की परवाह किए बिना एक कबूतर की जान बचाकर उसको नया जीवन दिया।

बेटी की बात सुनते ही पिता ने तालाब में लगा दी छलांग
दरअसल, यह मामला वडोदरा का है। जहां लोग मस्ती करते हुए पतंग बाजी करते हुए एक-दूसरे की डोर काट रहे थे। इसी दौरान किसी के पतंग के माजे ने एक कबूतर को घायल कर दिया और वह गिरकर सुरसागर तालाब में गिर गया। इतने में वहीं पास खड़ी एक बच्ची ने उसको गिरते देखा तो वह चिल्लाने लगी। चीखते हुए बोली- पापा-पापा वहां देखो वह गिर गया है। बेटी की बात सुनते ही पिता सतीश भाई ने बिना सोचे-समझे तुरंत तालाब में छलांग लगा दी औ उसकी जान बचा ली।

तालाब से निकालकर इलाज के लिए भेजा अस्पताल
सतीश ने कबूतर को तालाब से निकाकर बाहर निकाला और एक कपड़ा उसके ऊपर ढ़क दिया। इसके बाद उसको अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया। अगर जरा सी देर हो जाती तो वह मर जाता। क्योंकि वह तालाब में बुरे तरीके से छटपटा रहा था। उसके गर्दन में माजा उलझ गया था।