सार
3 साल की हिना घर में खेल रही थी। बच्ची की मां और बाकी परिजन अपने काम में लगे थे। अचानक हिना ने स्टील का मटका उठाया और उसे अपने सिर पर रख लिया था।
जालौर, राजस्थान. खेल-खेल में एक बच्ची ने स्टील का बर्तन अपने सिर में फंसा लिया। जब बर्तन नहीं निकला, तो बच्ची ने जोर-जोर से रोना शुरू कर दिया। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर परिजन उसके पास पहुंचे। उन्होंने बर्तन निकालने की कोशिश की, लेकिन जब सफल नहीं हुए, तो उनके हाथ-पांव फूल गए। मामला जिले के बडगांव क्षेत्र के पीथापुरा गांव का है।
3 साल की हिना घर में खेल रही थी। बच्ची की मां और बाकी परिजन अपने काम में लगे थे। अचानक हिना ने स्टील का मटका उठाया और उसे अपने सिर पर रख लिया था। मटका फिसलकर नीचे चला गया और हिना की गर्दन उसके अंदर। बच्ची के पिता दलाराम मेघवाल ने बताया कि उसके रोने की आवाज सुनकर वे तुरंत पहुंचे। उन्होंने और बाकी लोगों ने मटके से सिर निकालने की कोशिश की। हालांकि वे नाकाम रहे। यह देखकर सबके हाथ-पांव फूल गए।
इसी बीच किसी ने सलाह दी कि गांव में लोहे का काम करने वाले कारीगर को बुलाया जाए। एक आदमी कारीगर को बुलाने दौड़ाया गया। कारीगर भी घटना के बारे में जानकर फौरन उनके साथ पहुंचा। वो अपने साथ लोहे काटने वाली बड़ी कैंची लेकर आया था। करीब आधा घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कारीगर ने मटके को काटकर बच्ची का सिर बाहर निकाल दिया। इस दौरान सबकी धड़कनें तेज बनी रहीं, क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं बच्ची को चोट न लग जाए।