सार

राजस्थान के अजमेर शहर में दीपावली के मौके पर पटाखे बेचने वाली एक दुकान में आग लग गई। देखते ही देखते आग इतनी विकराल हो गई कि लाखों का सामान पलभर में जलकर खाक हो गया। पूरी पटाखे की दुकान कोयले की खान बन गई।

जयपुर. दिवाली पर बड़ी खबर राजस्थान के अजमेर शहर से सामने आ रही है। अजमेर में शहर से सटे हुए ग्रामीण इलाके में देर रात पटाखों की बिक्री के दौरान दुकान में आग लगने से पंद्रह लाख रुपयों के पटाखे आघा घंटे ही में बर्बाद हो गए। पटाखों की दुकान में ऐसी आग लगी कि कुछ नहीं बचा। सब कुछ जलकर नष्ट हो गया। जब दुकान में आतिशबाजी थमी तो हालात ऐसी थी कि जैसे दुकान नहीं कोयले की खान हो। आतिशबाजी से पूरी दूकान काली हो गई। 

चिंगारी इतनी तेज की कुछ ही देर में सब खाक हो गया
घटना अजमेर जिले में स्थित मसूदा कस्बे के पास बेगलियावास कस्बे का यह पूरा घटनाक्रम बताया जा रहा है। दरअसल दिवाली की एक रात पहले देर रात तक बाजार सजे हुए थे। इनमें पटाखों की दुकानें भी शामिल हैं। गांव में स्थित पटाखे की सबसे बड़ी दुकान में आग लग गई। न्यू पटेल किराना और जनरल स्टोर के नाम से स्थित दुकान के मालिक के पास दो दुकानें हैं। करीब तीस फीट चौड़ी और तीस फीट गहरी दोनो दुकानों में किराने के सामान के अलावा करीब बीस लाख रुपए के पटाखे भी भरे हुए थे। देर रात करीब ग्यारह बजे अचानक पटाखे वाले हिस्से में आग लग गई। चिंगारी इतनी तेजी से अन्य पटाखों में फैली कि आधा घंटे में तो पूरी आतिशबजी ही खत्म हो गई। रॉकेट और हवाईयां दुकान से बाहर आ गई, आसपास से गुजर रहे लोगों और ग्राहकों पर हमला कर दिया। आसपास स्थित मकान और दुकान में रह रहे लोगों के यहां रॉकेट घुस गए। सूतली बम सड़कों पर बेलगाम फटते रहे।

दिवाली के जश्न में लाखों रुपए जलकर हुए खाक
 आतिशबाजी के साथ ही लाखों रुपयों का किराने का सामान भी नष्ट हो गया। इसकी सूचना दमकल को दी गई, लेकिन दमकलें नहीं पहुंची। ग्रामीणों ने और दुकान मालिक एवं स्टाफ ने खुद ही आग को काबू करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। जब पूरी आतिशबाजी फट गई तब जाकर आग अपने आप काबू हुई। उधर गंगानगर जिले के जैतसर से भी इसी तरह की घटना सामने आई है। जैतसर में एक दुकानदार ने अपने घर में पटाखों का स्टॉक किया था। आज सवेरे वह दुकान जाने के लिए निकल गया और पीछे परिवार के लोग थे। जिस कमरे में पटाखों के बॉक्स रखे हुए थे अचानक किसी कारण से वहां आग लग गई । आग लगने से इतने धमको हुए कि परिवार के लोग छतों पर चढ़ गए और कुछ बाहर भाग गए। बाद में दमकल पहुंची। लेकिन तब तक आतिशबाजी काबू की जा चुकी थी। आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं किया जा सका है।