सार

भरतपुर के कामा और मेवात इलाके से बिजली चोरी की लगातार शिकायतों के बाद बिजली विभाग के अफसर मौके पर पहुंचे थे। बिजली विभाग के अफसर आफताब अंसारी ने बताया कि चोरों ने एक डिब्बा इस्तेमाल कर रखा है।  इसका वजन करीब 100 किलो का है।

भरतपुर(Rajasthan). चर्चा भरतपुर की हो और कुछ अजब गजब कहानी ना आए यह संभव नहीं है। भरतपुर राजस्थान का ऐसा शहर है जहां पर अपराध का तरीका भी पूरे राजस्थान से अलग है। भरतपुर बिजली चोरी में भी अव्वल है। जिले में विजिलेंस टीम की छापेमारी में बिजली चोरी के ऐसे तकनीक का खुलासा हुआ है जिसे देखकर विभाग के सरकारी इंजीनियरों ने भी अपना माथा पकड़ लिया।  

दरअसल भरतपुर के कामा और मेवात इलाके से बिजली चोरी की लगातार शिकायतों के बाद बिजली विभाग के अफसर मौके पर पहुंचे थे। बिजली विभाग के अफसर आफताब अंसारी ने बताया कि चोरों ने एक डिब्बा इस्तेमाल कर रखा है।  इसका वजन करीब 100 किलो का है।  इसे बनाने में सरकार को करीब ₹30000 का खर्च आता है ,लेकिन उन्होंने इसे बेहद कम रूपों में तैयार कर लिया । इसमें 3 coil निकली हुई है । जिनमें एक करंट की,  एक अर्थ की और एक अंदर तक गई हुई है। ताकि इसमें से तेल का इस्तेमाल किया जा सके।  इस डिब्बे के अंदर तेल डालने की भी बड़ी जगह बनाई गई है।  इसे इस तरह से बनाया गया है कि सिंगल फेस का होने के बावजूद भी 3 फेस का इस्तेमाल किया जा सके।  बिजली विभाग के अफसरों ने बताया कि कामा मेवात और आसपास के इलाकों में मजदूरी करने वाले परिवारों के पास भी एयर कंडीशनर जैसी सुविधाएं हैं। अधिकतर लोग बिजली चोरी करके ही इनका इस्तेमाल करते हैं । 

इस इलाके में पुलिस भी जाने में करती है आना-कानी 
जानकारी के मुताबिक भरतपुर के इस मेवात और कामा इलाके में चोरी-डकैती , ठगी और अपराध करने वालों की कई गैंग रहती हैं। हालात ऐसे हैं कि यहां आमतौर पर अंधेरा होने के बाद पुलिस टीमें भी जाने से कतराती है। अक्सर पुलिस से मारपीट के किस्से भी मेवात इलाके से ही सामने आते हैं । पुलिस की छापेमारी होते ही बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकलते हैं इनमें महिलाएं भी शामिल होती हैं। ये सभी पुलिस से मारपीट पर आमादा रहते हैं।

पुलिस इस खतरनाक डिब्बे बनाने वाले की तलाश में जुटी 
शुक्रवार को जब बिजली विभाग की टीमें मौके पर पहुंची तो बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स उनके साथ थी।  इतना पुलिस का बंदोबस्त होने के बावजूद भी टीमें ज्यादा कुछ नहीं कर सकी।  वह इस तरह के कुछ डिब्बे ही जप्त कर सकी हैं । बिजली विभाग के अफसरों ने बताया कि यह एक डिब्बा इतना खतरनाक है कि एक साथ कई लोगों की जान ले सकता है अगर इसे गलत तरीके से चलाया जाए तो। अब उन लोगों की तलाश की जा रही है जो यह डिब्बे बना रहे हैं और इस तरह से बेच रहे हैं । 

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