सार
राजस्थान पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) एम एल लाठर को गरुवार सुबह जयपुर की पुलिस अकादमी में विदाई दी गई। इस मौके पर पुलिस लाइन के परेड मैदान में स्पेशल विदाई पार्टी अरेंज की गई । डीजीपी अपनी आखिरी स्पीच देते वक्त भावुक हो गए। उन्होंने पुलिसवालों और आम आदमी को गुरुमंत्र दिया।
जयपुर. राजस्थान पुलिस के लिए आज बड़ा दिन है। आज राजस्थान पुलिस के 34वें डीजीपी विदा हो रहे हैं और 35वें डीजीपी पद भार ले रहे हैं। विदा हो रहे डीजीपी लाठर के लिए आज पुलिस लाइन के परेड मैदान में स्पेशल विदाई पार्टी अरेंज की गई । गार्ड ऑफ ऑनर और परेड सलामी के बाद जब डीजीपी लाठर अपनी आखिरी स्पीच दे रहे थे तो वे भावुक हो गए। उन्होनें वहां तैनात हजारों की संख्या में मौजूद पुलिस कार्मिकों और अफसरों को जीत का ऐसा गुरु मंत्र दिया कि पूरा मैदान तालियों से गूंज गया।
पुलिसवालों को दिया जीत का ये गुरुमंत्र
डीजीपी लाठर को अफसरों ने सेल्यूट किया और उसके बाद उनका सम्मान किया। डीजीपी लाठर बोले कि जीवन के कई बहुमूल्य साल पुलिस की सेवा करने का मौका मिला, जनता की सेवा करने का मौका मिला और शायद हर जगह पर सही साबित हुआ। लाठर बोले कि परिवार ही सब कुछ है, अगर वह सही नहीं है या फिर परिवार में टेंशन है तो आप काम नहीं कर सकते। आप अपने कार्यस्थल पर अपना शत प्रतिशत नहीं दे सकते। लाठर बोले कि मैं अपने पुलिस परिवार और निजी जीवन में मेरा ख्याल रखने वाले मेरे परिवार को धन्यवाद कहना चाहता हूं कि दोनो ने मेरा ख्याल रखा। इसी ख्याल की बदौलत मैं पुलिस बेडे में इतना लंबा समय गुजार सका।
डीजीपी का ऐसा भव्य स्वागत हुआ कि पूरा मैदान तालियां से गूंज गया
डीजीपी लाठर के इस गुरुमंत्र के बाद पूरा मैदान तालियां से गूंज गया। उसके बाद नए डीजीपी उमेश मिश्रा भी वहां पहुंचे और उन्होंने डीजीपी लाठर को सेल्यूट किया। आज दोपहर में डीजीपी लाठर को पुलिस मुख्यालय से विदाई दी जाएगी। उनकी कार को रस्सी से खींचकर पुलिस मुख्यालय के बाहर तक छोड़ने वाली सेरेमनी में शामिल होने के पुलिस डीजीपी रहे अफसरों को भी न्यौंता दिया गया है।
वीडियो में देखिए डीजीपी की विधाई का भव्य समारोह