सार

राजस्थान में शनिवार सुबह बड़ा हादसा हो गया है। हनुमानगढ़ जिले में एक कुएं में काम करने उतरे एक किसान और मिस्त्री को अपनी जान गंवानी पड़ गई। वह दोनों करीब साढ़े तीन मंजिल नीचे काम करने के लिए उतरे थे,तभी अचानक आसपास की मिट्टी ढहने लगी, जब तक वे उपर आ पाते तब तक उनकी कब्र बन चुकी थी।

हनुमानगढ़. राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले से हैरान करने वाली खबर है। बिना सुरक्षा उपकरण कुएं में काम करने उतरे एक किसान और मिस्त्री को अपनी जान गंवानी पड़ गई। कुएं में करीब साढ़े तीन मंजिल नीचे वे लोग काम करने के लिए उतरे थे, लेकिन उसके बाद वापस नहीं आ सके। अचानक आसपास की मिट्टी ढहने लगी, जब तक वे उपर आ पाते तब तक उनकी कब्र बन चुकी थी। सात मंजिल नीचे से उनके शवों को दस घंटे की खुदाई के बाद बाहर निकाला गया है। 

70 फीट नीचे की कब्र में दफन गए दोनों
दरअसल, यह दर्दनाक घटना हनुमानगढ़ जिले के नोहर क्षेत्र के रामगढ़ गांव की है। इस हादसे के बाद मौके पर कई थानों की पुलिस और अफसर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरु की। पुलिस ने बताया कि नोहर में एक किसान के कुएं में मोटर फिट करने के बाद मोटर के नजदीक एक छोटा पंखा लगाने का काम चल रहा था। शाम पांच बजे के बाद मिस्त्री छोटूराम और उसकी मदद करने के लिए सहयोगी कृष्ण कुमार मेघवाल नीचे उतरे थे। शाम सात बजे तक दोनो वहीं काम कर रहे थे और उसके बाद उपर आने की तैयारी कर रहे थे। कि अचानक तेज आवाज के साथ आसपास की मिट्टी ढह गई और दोनो करीब सत्तर फीट से भी ज्यादा नीचे मिट्टी में दब गए। 

7 मंजिला से ज्यादा खुदाई करने के बाद दोनो के शव निकाले 
दोनों की खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद उनको निकालने का काम शुरू किया गया। देर रात तीन बजे तक छह जेसीबी और 20 से ज्यादा ट्रैक्टर उनको निकालने का प्रयास करते रहे। साढ़े तीन बजे करीब कालूराम का हाथ दिखाई दिया। उसके बाद पांच मिनट और खुदाई की गई और फिर दोनो के शवों को बाहर निकाल लिया गया। सात मंजिला से ज्यादा खुदाई करने के बाद दोनो के शव निकाले जा सके। इस घटना के बाद अब उनके परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। इसी तरह का घटनाक्रम शक्रवार सवेरे जयपुर में हुआ था। वहां पर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में लीकेज ठीक करने के दौरान दो मजदूरों की जहरील गैस के चलते मौत हो गई थी।

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