सार

बिहार, यूपी से आए मजदूर परिवारों को निशाना बनाने का आरोप लगा है एक चर्च के फादर और उनकी पत्नी पर। हिंदू सगठनों के विरोध के बाद दो लोगों को पुलिस ने किया​ गिरफ्तार। जानिए क्या है मामला....

जोधपुर.कुडी भगतासनी क्षेत्र में कल रात उस समय हंगामा मच गया जब वहां धर्मांतरण करने के प्रयास का मामला सामने आया है। जिसकी जानकारी मिलने पर रविवार रात को हिंदू संगठन के लोग एकत्र हो गए उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। वे वही मौके पर बैठकर हनुमान चालिसा का पाठ करने लगे। जिसके बाद मौके पर बोरोनाडा एसीपी जयप्रकाश अटल पहुंचे। ईसाइ बनाने आए लोगों को गिरफ्तार करने की मांग हुई। पुलिस ने समझाइश कर इस मामले शांत कराया। थानाधिकारी सुमेरदान ने बताया कि इस प्रकरण में रात को एक पति पत्नी को रात को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया। ​हिंदु भावनाओं को ठेस पहुंचाने व धर्मांतरण को लेकर रिपोर्ट भी दी गई है। 

ये है मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुडी भगतासनी के सेक्टर दो गांधी गृह में रहने वाले एक बिहार के चौहान परिवार को कई दिनों से एक चर्च से जुडे़ लोग धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहे थे। रविवार रात को उसके घर उन्होंने प्रभु यीशु की प्रार्थना का आयोजन किया। इसके साथ धर्मांतरण से जुडी प्रक्रिया शुरू कर दी। जिसकी जानकारी मिलने पर आस पास के लोग एकत्र हो गए। लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। मौके पर हनुमान चालिसा का पाठ किया गया।

विश्वहिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताई ये बात

विश्वहिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष ने बताया कि क्षेत्र में बडी संख्या में बाहर के मजदूर रहते हैं। जिनको लगातार टारगेट किया जा रहा है। कई परिवारों को ईसाई बनाने की भी जानकारी मिली है। क्षेत्र में धर्मांतरण  करवाने वाले पिछले कई दिनों से क्षेत्र में हिंदू धर्म की नकारात्मक छवि बनाने के लिए प्रचार भी कर रहे है। रविवार रात को भी इसका प्रयास किया जा रहा था। जिसको लेकर क्षेत्रवासी कैलाश वैष्णव ने हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने व धर्मांतरण को लेकर कुडी भगतासनी थाने में रिपोर्ट भी है। पुलिस ने बताया कि रात की घटना के बाद मूलत तमिलनाडु के रहने वाले सेमराजासिंह जो कि शोभावतों की ढाणी जेके नगर स्थित चर्च का पादरी है उसे व उसकी पत्नी सल्वेजयंति को शांतिभंग सहित अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। 

मजदूर रहवासी एरिये को कर रहे टारगेट

कुड़ी भगतासनी के आस पास बडी संख्या में यूपी व बिहार से आए मजदूर परिवार रहते हैं । जो आस पास की फैक्ट्रियों में काम कर अपना परिवार चलाते हैं। कोरोना के बाद कई परिवार आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। पैसों और रोजगार की कमी के कारण ये मजदूर मजबूरी में ऐसी गतिविधि जल्दी आ जाते है। आरोप है कि ऐसे परिवारों को धर्मांतरण कराने वाले अपना निशाना बना रहे हैं।