सार
राजस्थान के भीलवाड़ा में दबंगों ने श्मसान की जमीन कब्जा करके उस पर फसल बो दिया। यही नहीं श्मशान तक जाने के लिए बनाया गया रास्ता भी दबंगों कब्जा कर लिया। इसी बीच गांव के एक शख्स की मृत्यु के बाद घंटों तक परिजन शव लेकर सड़क पर बैठे रहे।
उदयपुर(Rajasthan). सरकारें भूमाफियाओं के खिलाफ भले ही तमाम अभियान चला लें लेकिन इन पर लगाम नहीं लग पा रहे हैं। राजस्थान के भीलवाड़ा में दबंगों ने श्मसान की जमीन कब्जा करके उस पर फसल बो दिया। यही नहीं श्मशान तक जाने के लिए बनाया गया रास्ता भी दबंगों कब्जा कर लिया। इसी बीच गांव के एक शख्स की मृत्यु के बाद घंटों तक परिजन शव लेकर सड़क पर बैठे रहे। श्मसान में फसल बोने और रास्ता बंद होने से घंटों तक अंतिम संस्कार नहीं हो पाया।
जानकारी के मुताबिक शकता जी का खेड़ा के 25 वर्षीय मुकेश कुमार पुत्र रामचंद्र की रविवार सुबह लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई थी। परिवार के लोग व ग्रामीण गांव के बाहर ही श्मशान पर उसके शव का अंतिम संस्कार करने के लिए सुबह 8 बजे से तकरीबन 3 बजे तक सड़क पर बैठे रहे। वजह ये थी कि गांव के श्मशान भूमि पर दबंगों ने कब्जा कर उस पर सरसों की फसल बो रखी थी। दबंगों ने रास्ता भी कब्जा कर रखा था। सूचना पर पहुंचे उप खंड अधिकारी और सरपंच ने रास्ता खाली करवाकर शव का अंतिम संस्कार करवाया।
सरपंच को पता नहीं कब कब्जा हो गया श्मसान
वहीं इस मामले में गांव के उप सरपंच मुकेश कुमार मीणा का कहना है कि दो महीने से गांव में कोई मौत नहीं हुई, इसलिए यह भी पता नहीं लगा कि श्मशान पर कब कब्जा हो गया। जब मौके पर जाकर देख गया तो पता चला कि श्मशान पर कब्जा कर दबंगों द्वारा खेती की जा रही है। और तो और रास्ते पर भी कब्जा करके बाड़ लगा दी गई है। हांलाकि सूचना पर पहुंचे अधिकारियों और सरपंच के हस्तक्षेप के बाद श्मसान में शव का अंतिम संस्कार करवाया गया।
कई गांवों में कब्जा हो गई सरकारी जमीनें
भूमाफियाओं की दबंगई इस कदर हावी है कि उन्होंने जिले में कई गावों में सरकारी जमीन कब्जा कर रखा है। सरकारी जमीनों को कब्ज़ा कर कहीं मकान बना लिए गए हैं तो कहीं उन पर फसल लहलहा रही है। यही नहीं दबंगों ने तालाब और श्मसान को भी नहीं छोड़ा है। उसे भी कब्जा कर उस पर निर्माण कर लिया गया है।