सार

 राजस्थान की सियासत को लेकर जल्द ही कोई बड़ी खबर सामने आ सकती है। क्योंकि सीएम की कुर्सी के लिए हो रही मशक्कत के बीच प्रदेश के दोनों दिग्गज नेता सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिल रहे हैं।
 

जयपुर.  राजस्थान के लिए जल्द ही बड़ी खबर आ सकती है। सीएम की कुर्सी के लिए हो रही मशक्कत के बीच आज राजस्थान के दोनो दिग्गज नेता गांधी परिवार के साथ हैं। उधर सवेरे करीब दस बजे जयपुर से सीएम अशोक गहलोत दिल्ली के लिए रवाना हुए और उधर इसके कुछ ही देर के बाद राहुल गांधी की फोटोज  और वीडियो सामने आए हैं जिनमें वे सचिन पायलेट के साथ हैं। उल्लेखनीय है कि पायलेट और सीएम गहलोत के बीच ही राजस्थान में काफी समय से सीएम की कुर्सी को लेकर दंगल जारी है। 

चलते विधानसभा सत्र के बीच अचानक रवाना हुए हैं सीएम अशोक गहलोत
राजस्थान में विधानसभा का सत्र जारी हैं। आज तीसरा ही दिन है। पहले दिन शोग अभिव्यक्ति के कारण सदन सिर्फ कुछ घंटे ही चला। दूसरे दिन यानि कल सदन से लेकर सड़क तक लंपी वायरल को लेकर बवाल मचा। आज भी बड़े प्रश्न और अन्य महत्वपूर्ण कार्यवाही चल रही है। ऐसे में सीएम अशोक गहलोत का इन सभी को छोड़कर अचानक दिल्ली जाने का मामला बेहद अहम माना जा रहा हैं। दिल्ली में अगले सप्ताह से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव होने हैं। ऐसे में सीएम का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है। रात दस बजे तक सीएम सीएमओ में विधायकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक में व्यस्त थे। 

भारत जोड़ो यात्रा में अचानक कोच्चि पहुंचे सचिन पायलेट, राहुल गांधी के साथ दौरे पर निकले 
उधर अब पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलेट के फोटोज और वीडियो सामने आए हैं। ये आज कोच्चि शहर के हैं और वे भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी और अन्य सीनियर नेताओं के साथ दिख रहे हैं। दोनो नेताओं के बीच कई सियासी चर्चा जारी है। बताया जा रहा है कि सीएम दिल्ली जाने के बाद वहां से कोच्चि जाएंगे और उसके बाद वे भी राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे। अब देखना ये होगा कि सीएम के आने से पहले सचिन पायलेट इस यात्रा से रवाना हो जाते हैं या फिर दोनो नेता राहुल गांधी के साथ देखे जाते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव से पहले ये तमाम घटनाक्रम बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।

राजस्थान से अभी अभी बड़ी खबर....चलते विधानसभा सत्र के बीच अचानक दिल्ली के लिए उड़े सीएम अशोक गहलोत, क्या है वजह