सार
यह हादसा जोधपुर जिले के पीपाड़ शहर के नजदीक एक गांव में मंगलवार शाम को हुआ। कार के हैंडब्रेक न लगाना और मासूम का ध्यान न रखना इस एक्सीडेंट की वजह रही। चाचा-भतीजे की लाश निकालने में लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। कार कुए में उल्टी जा गिरी थी। जरा-सी लापरवाही कैसे बड़ा हादसा बन जाती है, यह एक उदाहरण है। कार जैसे ही कुएं में गिरी..एक जोरदार धमाका हुआ। उसे सुनकर गांववाले दौड़े-दौड़े वहां पहुंचे। लेकिन दोनों को बचाया नहीं जा सका।
जोधपुर, राजस्थान. जरा-सी लापरवाही कैसे बड़ा हादसा बन जाती है, यह एक उदाहरण है। यह हादसा जोधपुर जिले के पीपाड़ शहर के नजदीक साथीन रोड स्थित बागडिया बेरा गांव में मंगलवार शाम को हुआ। चाचा अपने मासूम भतीजे के साथ कार में बैठकर गाना सुन रहा था। अचानक मासूम का गलती से चाबी पर हाथ पड़ गया। इससे कार स्टार्ट होकर 40 फीट दूर जाकर 180 फीट गहरे कुएं में जा गिरी।
कार के कुएं में गिरते ही एक जोरदार धमाके की आवाज हुई। उसे सुनकर गांववाले दौड़े-दौड़े घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन जब जब चाचा-भतीजे को बाहर निकाला जा सकता, उनकी मौत हो चुकी थी। कार के हैंडब्रेक न लगाना और मासूम का ध्यान न रखना इस एक्सीडेंट की वजह रही। चाचा-भतीजे की लाश निकालने में लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। कार कुए में उल्टी जा गिरी थी।
हादसे को देखकर दिल दहल गए...
जानकारी के अनुसार, 17 वर्षीय खुशालराम पुत्र जगदीश माली अपने ढाई साल के भतीजे पृथ्वीराज पुत्र महेंद्र को लेकर कार में बैठकर गाना सुन रहा था। तभी यह हादसा हुआ। कुएं में 15 फीट पानी भरा था। गांववालों ने रस्सियों के सहारे कार का ऊपर निकालने की कोशिश की, लेकिन रस्सी टूट गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने नगरपालिका से फायर ब्रिगेड और दो क्रेनें बुलाईं। इसी बीच रात करीब 9.30 बजे जोधपुर से एसडीआरएफ की टीम भी पहुंची। करीब पौन घंटे बाद कार को कुएं से निकाला ज सका। घटना को देखकर लोगों के दिल दहल गए।