सार
राजस्थान के सीकर जिले में दो दिन पहले हुए एक कोचिंग संचालक के बेटे के अपहरण के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब इसमें सामने आया है कि किडपर्स को अपनी पढ़ाई के लिए इंग्लैंड जाना था। उसने वहां की 8 लाख फीज जमा करवा दी। लेकिन फिर पैसों की जरूरत थी। इसलिए बच्चे के अपहरण की कहानी रची गई।
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में मंगलवार को कोचिंग संचालक के बेटे गन्नू के अपहरण केस में नया खुलासा और हुआ है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि अपहरण का गुमाना का बास निवासी आरोपी आनंद पाल गन्नू पढ़ाई के लिए इंग्लैंड जाने वाला था। इसके लिए उसने किसी यूनिवर्सिटी में 8 लाख रुपये की फीस भी जमा करवा दी थी। लेकिन, फीस के लिए कर्ज लेने पर वह तनाव में आ गया था। जिसे दूर करने के लिए उसने अपने चचेरे भाई सुशील के साथ फिरौती के लिए गन्नू के अपहरण की योजना बनाई थी। चूंकि आनंदपाल गन्नू के पिता की आदर्श पब्लिक स्कूल का छात्र भी रह चुका था, ऐसे में उसने अपने स्कूल निदेशक को ही निशाना बनाने का फैसला लिया। जिसके तहत ही उसने गन्नू का अपहरण किया था।
बच्चे को छोड़कर जा रहे थे गांव
दोनों आरोपी जब भाटीवाड़ा में ग्रामीणों व पुलिस से घिर गए तो वे गाड़ी के ऊपर खड़े होकर जाने का रास्ता देखने लगे। लेकिन, जब उन्हें कोई रास्ता नजर नहीं आया तो वे गन्नू को चोरी की बोलेरो गाड़ी मेें गांव में ही छोड़ गए। इसी बीच शीशे से गन्नू ने हेल्प प्लीज की आवाज लगाई तो ग्रामीण वहां पहुंच गए और उसे गोद में लेकर पुलिस को सौंप दिया।
दो दिन पहले किया था अपहरण
सीकर शहर के नवलगढ़ रोड स्थित घर से स्कूल जाते समय गन्नू का बोलेरो सवार बदमाशों ने मंगलवार को अपहरण कर लिया था। अपने नाना के साथ स्कूटी पर जाते समय बदमाशों ने नाना जैसाराम को धक्का देकर 9 वर्षीय धृश उर्फ गन्नू को दबोचकर गाड़ी में डाल लिया था। सूचना पर पुलिस ने तुरंत सीकर, चूरू, नागौर व झुंझुनूं जिले की नाकाबंदी कर आरोपियों का पीछा किया। जो शाम करीब सात बजे झुंझुनूं के भाटीवाड़ा में पुलिस व ग्रामीणों से घिरने पर गन्नू को गांव में ही छोड़कर फरार हो गए थे। गन्नू को कब्जे में लेने के साथ पुलिस ने आरोपियों का पीछा रात को भी जारी रखा। जिसके बाद देर रात दो आरोपियों को राउंड अप कर लिया गया।
रात को ही पकड़ा, दिन में किया गिरफ्तार
एसपी ने बताया कि आरोपियों की पहचान रात को ही कर ली गई थी। जिन्हें देर रात उनके गांव के पास से ही दबोच लिया गया था। पूछताछ में जुर्म कबूलने के बाद उन्हें आज दोपहर में बापर्दा गिरफ्तार किया गया।
7 दिन पहले अपराध की दुनिया में रखा कदम
एसपी राष्ट्रदीप ने बताया कि आरोपियों ने अपराध की दुनिया में हाल में कदम रखा है। अपहरण के लिए सात दिन पहले ही उन्होंने नेछवा से बोलेरो चुराने का पहला अपराध किया था। इससे पहले का उनका कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी गन्नू को हरियाणा ले जााना चाह रहे थे। पर इससे पहले ही ग्रामीणों व पुलिस से घिरने पर वे गन्नू को रास्ते में छोड़ गए।