सार
राजस्थान के सीकर में पेट्रोलिंग कर रही पुलिस ने बुधवार की देर रात हनी गैंग के दो बदमाशों को अरेस्ट कर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। आरोपियों के पास से जिंदा कारतूस बरामद हुए है। किसी बड़ी वारदात की फिराक में थे आरोपी...
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में डीएसटी व रानोली थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर हनी गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास पुलिस को दो- दो बंदूक व चार जिंदा कारतूस मिले हैं। जिनके साथ पुलिस ने उनकी बाइक भी जब्त कर ली है। रानोली थाना अधिकारी कैलाश चंद ने बताया कि आरोपी झुंझुनूं जिले के पिलानी कस्बे के वार्ड 19 का मोहल्ला नायकान निवासी 22 वर्षीय मुकुल वर्मा पुत्र सुभाष चंद्र वर्मा और चिड़ावा का अडूका निवासी 20 वर्षीय आकाश नायक पुत्र जगदीश प्रसाद है। दोनों के पास से पुलिस को एक- एक अवैध देसी कट्टा व दो- दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। जिनकी जब्ती के साथ पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया।
बाइक का पीछा करने पर दिखे बदमाश
थानाधिकारी कैलाश चंद ने बताया की बुधवार को रानोली थाने के कांस्टेबल मुकेश कुमार को गोपनीय सूचना व अपराधियों की निगरानी के लिए गश्त पर भेजा गया था। जो डीएसटी टीम के विकास कुमार के साथ उदयपुरवाटी से एक बाइक का पीछा करते हुए आ रहे थे। इसी दौरान उन्हें दो युवक शाकंभरी माता के मंदिर की तरफ जाने की जानकारी मिली। जिनके हाथों में हथियार थे। सूचना के मुताबिक वे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। इस पर उन्होंने इसकी जानकारी डीएसटी व रानोली थाना पुुलिस को दी तो पुलिस की टीम तुरंत शाकंभरी पहुंची। जहां पुलिस ने शाकंभरी मंदिर के गेट के पास पहुंचकर नाकाबंदी कर आने- जाने वालों की जांच शुरू कर दी। इसी दौरान एक बाइक पर दो युवक आते दिखे जो पुलिस को देखते ही भागने लगे। इस पर पुलिस की टीम ने उन्हें पीछा कर पकड़ लिया। दोनों की जांच की तो उनके पास दो देसी कट्टे व चार जिंदा कारतूस मिले। इस पर उन्हें आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी बाइक भी जब्त कर ली गई। जिसके बाद दोनों को आज कोर्ट में पेश किया गया।
झुंझुनूं में सक्रिय है हनी गैंग
गौरतलब है कि हनी गैंग राजस्थान के झुंझुनूं जिले में ज्यादा सक्रीय है। जो खासतौर पर सिंघाना, उदयपुरवाटी, खेतड़ी क्षेत्रों में कई वारदातों को अंजाम दे चुकी है। थानाधिकारी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों का अपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।
क्या है आर्म्स एक्ट
आयुध अधिनियम या शस्त्र अधिनियम 1959 (Arms Act, 1959) भारतीय संसद द्वारा पारित एक अधिनियम है, जिसे अवैध हथियारों और गोला बारूद से होने वाली हिंसा को रोकने के लिए बनाया गया था। इससे पहले अंग्रेजों द्वारा बनाया गया कानून “भारतीय शस्त्र अधिनियम, 1878” यह कार्य करता था लेकिन आर्म्स एक्ट, 1959 के आने के बाद भारतीय शस्त्र अधिनियम, 1878 को समाप्त कर दिया गया।
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