सार

उदयपुर में दोनों आरपियों ने तालिबानी तरीके से टेलर कन्हैयालाल की हत्या की है उसको लेकर राजस्थान में आक्रोश है। NIA, SIT और उदयपुर पुलिस लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रही है। अब इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी उदयपुर के एक और कारोबारी की हत्या करने वाले थे। 

उदयपुर. राजथान में आतंक का पर्याय बने गौस मोहम्मद और रियाज एक और कारोबारी की नशृंस तरीके से हत्या करने वाले थे। उसके फोटो वीडियो भी सोशल मीडिया पर डालने की तैयारी थी, इस बारे में पुलिस को इनपुट मिला है। उदयपुर एसपी मनोज कुमार ने बताया कि उदयपुर के ही एक और कारोबारी का बेटा कुछ दिन से गायब है। परिवार को बताकर उसने उदयपुर छोड़ा है। उसने भी नूपूर शर्मा को लेकर सोशल मीडिया पर अपने विचार रखे थे और इसके बाद पुलिस ने नितिन को अरेस्ट किया था। उसके बाद उसे जिला प्रशासन के समक्ष पेश किया था। जहां से नितिन को पाबंद कर छोड़ दिया था। जून की नौ से ग्यारह तारीख के बीच की यह घटना बताई जा रही है। टायर कारोबारी नितिन ने काफी दिन तक दुकान नहीं खोली थीं। उसके परिवार ने पुलिस को बताया कि कुछ नए लोग दुकान के आसपास देखे गए थे कई दिनों तक, लेकिन दुकान बंद रही । 

एक दिन पहले रियाज ने घर खाली कर दिया था, किसी को भनक नहीं थी कि क्या बड़ा होने वाला है
मामले की शुरुआती जांच कर रहे उदयपुर पुलिस के एसपी मनोज कुमार ने बताया कि 28 जून को हत्या की गई थी। बताया जा रहा है कि इससे एक दिन पहले ही रियाज ने अपना किराये का घर खाली कर दिया था। वह काफी समय से अपनी पत्नी के साथ किराये पर रहा रहा था। मकान मालिक मोहम्मद उमर की भी जांच पुलिस ने की है। उमर ने पुलिस को बताया कि वे काफी समय से रियाज से उसके दस्तावेज मांग रहे थे। उमर की पत्नी से रियाज की पत्नी ने ही संपर्क किया था और फिर रियाज को कमरा दे दिया गया था। किसी को भी नहीं पता था कि रियाज क्या करने वाला है। उसने मोहम्मद गौस के साथ मिलकर कन्हैया लाल की हत्या कर दी। 

बीस साल पहले ही छोड़ दिया था भीलवाड़ा
उदयपुर पुलिस ने बताया कि मोहम्मद रियाज मूल रुप से भीलवाडा के आसींद का रहने वाला था। भीलवाड़ा एसपी ने बताया कि आसींद जाकर पता किया गया है, उसके परिवार से भी बातचीत की गई है। लेकिन वहां से कोई बड़ी जानकारी फिलहाल नहीं मिल सकी है। रियाज के परिवार का कहना है कि उसने करीब बीस साल पहले ही भीलवाड़ा छोड़ दिया था। कभी कभार ही मिलने आता था। इस दौरान कई नंबर बदले चुका था।

यह भी पढ़ें-पापा को कुछ पता भी नहीं और उन्हें मार डाला, कन्हैयालाल के बेटों की जुबानी पूरी कहानी...पोस्ट से लेकर हत्या तक

यह भी पढ़ें-उदयपुर में कन्हैयालाल पंचतत्व में विलीनः वो तस्वीरें जिन्होंने सबको रुलाया, बेसुध होकर सड़क पर गिरी महिला