सार

इस बार 12 दिसंबर, गुरुवार को अगहन मास की पूर्णिमा है। ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा को बहुत ही शुभ माना गया है। 

उज्जैन. इस बार 12 दिसंबर, गुरुवार को अगहन मास की पूर्णिमा है। ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा को बहुत ही शुभ माना गया है। पूर्णिमा पर गुरु (धार्मिक या आध्यात्मिक) की पूजा करने से मन को शांति मिलती है। पूर्णिमा और गुरुवार के संयोग से ये दिन और भी खास हो गया है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में गुरु ग्रह से संबंधित दोष है, वे लोग यदि इस दिन कुछ खास उपाय करें तो उनके दोष दूर हो सकते हैं।

गुरु अशुभ हो तो ये हो सकती हैं परेशानियां
जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति ग्रह (गुरु) की स्थिति शुभ नहीं होती, उन्हें अपने जीवन में विवाह, पढ़ाई, नौकरी, दांपत्य जीवन तथा स्वास्थ्य से संबधित अनेक परेशानियां का सामना करना पड़ता है। गुरु से संबंधित दोष दूर करने के लिए 12 दिसंबर को आगे बताए गए उपाय करें…

 1. अशुभ गुरु के कारण विवाह में परेशानियां आ रही हो तो इस गुरुवार को पानी में एक चुटकी केसर या हल्दी डालकर नहाएं। ये उपाय हर गुरुवार कर सकते हैं।
2. गुरुवार और पूर्णिमा के शुभ योग में किसी ब्राह्मण को पुखराज सहित हल्दी, सफेद सरसों, पीले कपड़े और चने की दाल का दान करें।
3. सोने या चांदी के पतरे पर बृहस्पति यंत्र बनवाकर उसे पूजा स्थान पर रखकर रोज उसकी पूजा करें।
4. गुरुवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा करें और श्रीविष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
5. इस गुरुवार से शुरू कर 27 गुरुवार तक किसी मंदिर में गाय के घी का दीपक जलाने से शुभ फल मिलते हैं।
6. गुरुवार और पूर्णिमा के शुभ योग में अपने गुरु या किसी साधु को पीले वस्त्र उपहार में दें। साथ ही दक्षिणा व पीले फल भी दें।
7. इस गुरुवार से शुरू कर प्रत्येक गुरुवार को देवगुरु बृहस्पति के मंदिर जाकर पीले कनेर के फूल चढ़ाएं। इससे गुरु से संबंधित दोष दूर हो सकते हैं।