सार
आजकल ज्यादातर लोग स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे भी कई बार रिलेशनशिप में समस्याएं आने लगती हैं।
रिलेशनशिप डेस्क। आजकल बदलती लाइफस्टाइल के कारण ज्यादातर लोग स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे भी कई बार रिलेशनशिप में समस्याएं आने लगती हैं। लोग पार्टनर, फैमिली और दोस्तों के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाते। काम के बोझ के चलते उन्हें मनोरंजन के लिए भी समय नहीं मिल पाता। इससे मानसिक स्वास्थ्य खराब होने लगता है। लोगों में उत्साह की कमी होने लगती है। अक्सर उनमें निराशा की भावना घर कर जाती है। छोटी-छोटी बातों पर वे झुंझला उठते हैं। वे भावनात्मक तौर पर कमजोर पड़ने लगते हैं। आज के समय में खुद को मानसिक रूप से स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त रखना एक बड़ी चुनौती है। रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स का मानना है कि किसी भी एक पार्टनर के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने पर ब्रेकअप होने की ज्यादा संभावना रहती है। इससे फैमिली लाइफ पर भी बुरा असर पड़ता है। अमेरिका के मेंटल हेल्थ फाउंडेशन के चीफ एग्जीक्यूटिव मार्क रोलैंड का कहना है कि अगर हम अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे तो दूसरों की मानसिक समस्याओं को भी बेहतर ढंग से समझ सकेंगे। इससे हमारे रिलेशनशिप में परेशानी कम आएगी। जानें, किन तरीकों से हम अपने आप को मानसिक रूप से ठीक रख सकते हैं।
1. सहानुभूति की भावना रखें
इस बात को समझना जरूरी है कि किसी भी मुद्दे पर लोगों के विचार अलग-अलग हो सकते हैं। जरूरी नहीं कि आप जो सही मान रहे हों, पार्टनर भी उसे सही माने। हर किसी को सम्मनाजनक तरीके से अपनी भावनाएं व्यक्त करने का अधिकार है। अगर आप किसी मुद्दे पर पार्टनर से अलग विचार रखते हों तो जरूरी नहीं कि आपस में बहस करने लग जाएं। कई बार तुरंत प्रतिक्रिया जाहिर करना ठीक नहीं होता। इसलिए सही वक्त का इंतजार करें। सबसे जरूरी है कि पार्टनर के प्रति सहानुभूति की भावना रखें।
2. स्मार्टफोन से गैरजरूरी ऐप डिलीट करें
स्मार्टफोन पर तरह-तरह के ऐप का यूज करने से भी मानसिक तनाव बढ़ता है। मार्क रोलैंड का कहना है कि स्मार्टफोन और दूसरे माध्यमों के जरिए 24 घंटे लगातार खबरें आप तक आती रहती हैं। अगर आप इन पर ज्यादा ध्यान देते हैं तो स्ट्रेस के शिकार हो जाएंगे। इसी तरह, सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने से भी आपमें स्ट्रेस और नेगेटिविटी बढ़ सकती है। इसलिए स्मार्टफोन पर बहुत ज्यादा समय नहीं बिताएं और गैरजरूरी ऐप डिलीट कर दें। इससे आपको पार्टनर के साथ समय बिताने के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा।
3. लोगों से जुड़ाव बनाए रखें
लोगों से अलग-थलग रहने से मानसिक समस्याएं बढ़ती हैं। इसलिए फैमिली, फ्रेंड्स और पार्टनर से जुड़ाव बनाए रखें। अगर आप उनसे मिल नहीं सकते तो समय-समय पर उन्हें कॉल करें, टेक्स्ट मैसेज करें या ऑनलाइन चैट करें। इससे आपका जुड़ाव बना रहेगा। किसी भी तरह की परेशानी महसूस करने पर पार्टनर और फैमिली मेंबर को जरूर बताएं। मन ही मन घुटते रहने से समस्या बढ़ती है।
4. दूसरों का रखें ख्याल
अपना ख्याल रखने के साथ उन दोस्तों, फैमिली मेंबर्स और पार्टनर का भी ख्याल रखें, जो किसी समस्या से जूझ रहे हों। हमें एक-दूसरे का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। जरूरी नहीं कि कोई आपसे मदद मांगे, आप खुद भी उनकी समस्याओं के बारे में जान सकते हैं और जहां तक हो सके, उनकी मदद कर सकते हैं। एक-दूसरे की मदद करने से सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ता है। इससे पार्टनर का भरोसा भी आप पर बढ़ेगा। मेंटल हेल्थ फाउंडेशन के चीफ एग्जीक्यूटिव मार्क रोलैंड का कहना है कि किसी जरूरतमंद का ख्याल रखने से अपना मानसिक स्वास्थ्य भी सही रहता है।
5. मनोरंजन के लिए वक्त निकालें
आपके लिए काम करना जितना जरूरी है, मनोरंजन करना उससे कम जरूरी नहीं। लगातार काम करते रहने से आपमें धीरे-धीरे नीरसता की भावना आ जाएगी। इससे तनाव भी बढ़ता है, जिसका असर परफॉर्मेंस पर पड़ता है। बिना ब्रेक लिए काम करते रहने से आप तनाव के शिकार हो जाएंगे और आपका आत्मविश्वास कम होने लगेगा। इससे रिलेशनशिप में भी दिक्कतें आने लगती हैं। इसलिए समय-समय पर कहीं घूमने-फिरने और दूसरे शौकों को पूरा करने का समय निकालें। इससे पार्टनर हैप्पी फील करेगा और घर के लोग भी खुश रहेंगे।