सार

पिता अपने बच्चों की सुरक्षा करने के लिए क्या-क्या कुछ नहीं करता है। लेकिन जब वहीं उनके लिए खतरा बन जाए तो। दिल्ली के सुभाष प्लेस इलाके में एक शराबी पिता को उसके नाबालिग बेटे ने मौत के घाट उतार दिया। हालांकि पुलिस ने जब दबाव डाला तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। 

रिलेशनशिप डेस्क. एक पिता ने जो किया वो भी गलत था और एक बेटे ने जो कदम उठाया वो भी सही नहीं था। सुभाष प्लेस इलाके में एक फैमिली रहती थी। छह सदस्य वाली फैमिली को वैसे तो खुश रहना चाहिए था। लेकिन यहां आए दिन चीख-पुकार मचती थी। इसकी वजह शराबी पिता था। वो अक्सर अपनी पत्नी और बेटियों के साथ मारपीट करता था। उनसे पैसों की डिमांड करता था। ये बाद उसके 17 साल के नाबालिग बेटे को नागवार गुजरती थी। वो अपनी मां और बहन की तकलीफ को देख रहा था। क्योंकि वो दूसरे के घरों में काम करके घर चला रही थीं। 

सोमवार (14 नवंबर) की सुबह 11.55 बजे सुभास प्लेस पुलिस को एक कॉल आई। जिसमें बताया गया कि एक 50 साल के शख्स का शव पड़ा हुआ है। पुलिस टीम  शकूरपुर में एक घर की चौथी मंजिल पर बने फ्लैट में पहुंची। जहां शव पड़ा था और वहां खून के धब्बे मिले। इसके अलावा टूटी हुई चूड़ियां, कांच के टुकड़े हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो मृतक की 44 साल की पत्नी और 20 साल की बड़ी बेटी, 17 साल का नाबालिग बेटा, 16 साल की छोटी बेटी और 15 साल का बेटा मौजूद थे।

17 साल के बेटे ने हत्या की बात कबूली

पुलिस ने जब जांच शुरू की तो उसे शुरुआत में कुछ नहीं मिला। सीसीटीवी फुटेज खंगाली। लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं आ रहा था। तभी उनकी निगाह 17 साल के बेटे पर गई। वो जांच में कुछ ज्यादा ही एक्टिव नजर आया।वो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तब पूरा मामला खुला। दरअसल, उसने कुछ लड़कों के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या कर दी थी।

शराब के लिए मां और बहनों को टॉचर करता था पिता

आरोपी ने बताया कि उसके पिता शराब के आदी थे। मां और बहन मेड का काम करके घर चलाती थी। लेकिन पिता बार-बार शराब के लिए उनसे पैसे मांगते थे। जब वो मना करती थी तो उनके साथ काफी मारपीट करते थे। 3-4 दिन पहले भी वो मां के साथ मारपीट की थी। जिसकी वजह से मां बच्चों शकूरपुर स्थित एक रिश्तेदार के घर चली गई थी।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

शराबी पिता से परेशान 17 साल का नाबालिग 13 नवंबर को मकान मालिक के पास गया और पिता से छुटाकारा पाने का उपाय पूछा। उसने उससे पिता के अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए मदद की मांग की। जिसके बाद  मकान मालिक जितेश गुप्ता ने नितिन उर्फ ताने और आदित्य नाम के दो लड़के बुलाए। उसने लड़के की मदद करने की बात कही। जिसके बाद वो बेसबॉल बैट और बांस का डंडा लेकर पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ताने गली में निगरानी के लिए खड़ा था जबकि नाबालिग बेटा और आदित्य घर के अंदर गए और शराब के नशे में सोए पिता की पीट-पीटकर हत्या कर दी।पुलिस ने मकान मालिक समेत चारों को गिरफ्तार कर लिया।

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