Narak chaturdashi 2023: हर साल दिवाली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को लेकर कईं मान्यताएं और कथाएं हैं जो इसे और भी खास बनाती हैं। बहुत कम लोग इन कथाओं के बारे में जानते हैं।
Tarapeeth Temple West Bengal Birbhum: दिवाली पर सभी लोग अपने-अपने घरों में देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं, लेकिन एक स्थान ऐसा भी हैं जहां रात में तांत्रिकों का जमघट लगता है। ये स्थान है तारापीठ के निकट स्थित श्मशान घाट।
Kali Chaudas 2023 Kab Hai: दिवाली के एक दिन पहले नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को अनेक नामों से जाना जाता जैसे रूप चतुर्दशी, छोटी दिवाली और काली चौदस। कुछ ग्रंथों के अनुसार इसी तिथि पर हनुमानजी का जन्म हुआ था।
भाईदूज तिलक शुभ मुहूर्त 2023: हिंदू धर्म में भाई-बहन से जुड़े कईं त्योहार मनाए जाते हैं, भाई दूज भी इनमें से एक है। ये पर्व दिवाली फेस्टिवल का पांचवां दिन होता है। इस पर्व से कईं मान्यताएं जुड़ी हैं। जानें इस बार कब है भाई दूज?
Mahakal Sawari 2023 Ujjain: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में सावन-भादौ मास की तरह ही कार्तिक-अगहन मास में भी सवारी निकालने की परंपरा है। इस दौरान हरि-हर मिलन भी किया जाता है। जानें महाकाल सवारी और हरि-हर मिलन की डेट्स…
Dhanteras 2023 Aarti: धनतेरस पर देवी लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इन तीनों देवी-देवताओं की कृपा से ही हमारे जीवन में सुख-समृद्धि आती है। धनतेरस पर इनकी आरती जरूर करनी चाहिए।
Dhanteras 2023 Rashi Anusar Kya Kharide: इस बार 10 नवंबर, शुक्रवार को धनतेरस है। ये दिन खरीदी के लिए शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन की गई खरीदी घर में सुख-समृद्धि लेकर आती है। धनतेरस पर यदि राशि अनुसार खरीदी की जाए तो और भी शुभ रहता है।
Dhanteras 2023 Upay: धनतेरस पर किए गए बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करते हैं। ये उपाय होते भी बहुत आसान है। धनतेरस पर कुछ खास चीजें घर लाई जाएं तो इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Dhanteras 2023 Facts: मान्यता है कि जब श्रीराम अयोध्या लौटे तो नगरवासियों ने अपने घरों में दीपक जलाकर खुशियां मनाई। तभी ये दीपावली पर्व मनाया जा रहा है। अगर श्रीराम कार्तिक अमावस्या पर अयोध्या लौटे तो उसके पहले यानी धनतेरस पर कहां थे?
Govardhan Puja 2023: हर साल दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा बल्कि दीपावली और गोवर्धन पूजा में एक दिन का अंतर रहेगा, ऐसा अमावस्या तिथि 2 दिन होने के कारण होगा।