मान्यता अनुसार जो भी नागपंचमी पर श्रद्धा व भक्ति से नागदेवता की पूजा करता है उसे और उसके परिवार को कभी भी सर्प भय नहीं होता।
भगवान शिव की भक्ति का महीना है सावन । शिवपुराण में उनके कई अवतारों की बात की गई है, लेकिन बहुत कम लोग इनके बारे में जानते हैं।
जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष हो, वे अगर नागपंचमी पर कुछ उपाय व पूजा करें तो शुभ फलों की प्राप्ति होती है तथा इस दोष के दुष्प्रभाव में कमी आती है।
इस बार नागपंचमी 5 अगस्त, सोमवार को है। हिंदू धर्म में नागों को देवों समान माना गया है और इस दिन नागों की पूजा करने की परंपरा है।
महाभारत के आदि पर्व में नागों की उत्पत्ति और राजा जनमेजय द्वारा किए गए नागदाह यज्ञ से संबंधित कथा का वर्णन है।
यदि आप भी किसी समस्या को लेकर परेशान हैं तो इस शिव यंत्र के माध्यम से आप अपने प्रश्नों का उत्तर आसानी से जान सकते हैं।
सावन महीने का हिन्दू धर्म में काफी महत्व है। मांसाहार खाने वाले हिन्दू भी इस महीने सात्विक भोजन ही ग्रहण करते हैं। अगस्त महीने में 15 दिन सावन के तो 15 दिन भाद्रपद के होंगे। इस बार कई तीज-त्योहार अगस्त महीने में पड़ने वाले हैं। इस महीने सावन के सोमवारी के साथ ही बकरीद भी पड़ने वाली है। साथ ही 15 अगस्त को रक्षाबंधन भी पड़ने वाला है। आइये जानते हैं इस महीने पड़ने वाले त्योहार और उनकी तिथि....
बच्चों पर नकारात्मक शक्तियों का असर सबसे पहले होता है क्योंकि उनका मन व मस्तिष्क बड़े लोगों की अपेक्षा बहुत कमजोर होता है। हम देखते हैं कि यदि कोई भी व्यक्ति एकटक बच्चे को देखता है तो बच्चा अनमना सा हो जाता है और रोने लगता है। ऐसे अनेक कारण हैं जो बच्चों को परेशान करते हैं।
महादेव श्मशान में रहते हैं अपने शरीर पर भस्म लगाते हैं। ऐसी और न जाने कितनी बातें हैं जो शिवजी को अन्य देवताओं से अलग बनाती है। दिखने में ये सभी चीजें असामान्य हैं, लेकिन इन सभी के पीछे लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र छिपे हैं।
सावन के इस पवित्र महीने में हम आपको भगवान शिव से जुड़ी कुछ रोचक बातें बता रहे हैं जैसे- भगवान शिव के कौन से 2 अवतार अमर है और शिव का ही पूजन लिंग रूप में क्यों किया जाता है।