इस बार 21 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र होने से सोम पुष्य का शुभ योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये नक्षत्र शुभ फल देने वाला माना गया है।
दीपावली के पहले आने वाला पुष्य नक्षत्र बहुत ही शुभ होता है। इस बार 21 अक्टूबर को सोम पुष्य व 22 अक्टूबर को मंगल पुष्य का शुभ योग बन रहा है। इसे खरीदारी का महामुहूर्त भी कहते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में नक्षत्रों का विशेष महत्व है। इन सभी में पुष्य नक्षत्र को बहुत ही शुभ माना जाता है। 27 नक्षत्रों में पुष्य 8 वां नक्षत्र है।
हिंदू धर्म में विवाह के समय अनेक परंपराएं निभाई जाती हैं जैसे- हल्दी लगाना, 7 वचन आदि। इसके साथ ही वर-वधू अग्नि के 7 फेरे लेते हैं।
दीपावली पर देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन प्रमुख लक्ष्मी मंदिरों में भी भक्त दर्शन करते जाते हैं। मुंबई से लगभग 400 किमी. दूर कोल्हापुर महाराष्ट्र का एक जिला है, जहां धन की देवी लक्ष्मी का एक सुंदर मंदिर है।
पुष्य का नक्षत्रों में विशेष महत्व है। दीपावली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र में की जाने वाली हर प्रकार की खरीदारी अक्षय फल प्रदान करने वाली होती है।
इस अध्याय में कृष्ण अर्जुन को आत्मा और शरीर के बीच का अंतर समझाते हैं। कृष्ण के अनुसार शरीर एक वस्तु है जिसे आत्मा संचालित करती है।
फेंगशुई एक चाइनीज शब्द है जिसका अर्थ है वायु और जल। फेंगशुई चीन का वास्तु शास्त्र है। घरों का निर्माण किस प्रकार करें, कैसे घरों को सुंदर बनाएं, घरों में क्या-क्या सामान होना चाहिए ऐसी बातों के उत्तर मिलते हैं फेंगशुई में।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर महीने सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। जिसे संक्रांति कहा जाता है।
इस बार 27 अक्टूबर को देवी लक्ष्मी को मनाने का महापर्व दीपावली है। इस दिन देवी लक्ष्मी को मनाने के लिए विशेष पूजा की जाती है।