उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माघ मेला शुरू हो चुका है, जो 9 फरवरी, रविवार तक रहेगा। इस दौरान यहां स्नान के लिए देश भर से श्रृद्धालु आएंगे, साथ ही 13 अखाड़ों के लाखों साधु-संत भी इकट्ठा होंगे। यहां नागा साधु लोगों के आकर्षण का केंद्र हैं।
15 जनवरी, बुधवार को मकर संक्राति है। ये मुख्य रूप से सूर्यदेव की पूजा का पर्व है। ज्योतिष के अनुसार, मकर संक्रांति पर सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो दुर्भाग्य भी सौभाग्य में बदल सकता है और किस्मत चमक सकती है।
13 जनवरी, सोमवार को संकटा गणेश चतुर्थी है। इस दिन भगवान श्रीगणेश की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
दुकान का ईशान कोण खाली या हल्का रखें और स्वच्छता बनाएं रखें।
हिंदू धर्म में माघ मास स्नान, तप व उपवास के लिए श्रेष्ठ माना गया है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकटा गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इसे तिल चतुर्थी भी कहते हैं।
देश के अलग-अलग हिस्सों में मकर संक्रांति का पर्व अलग-अलग रूप व रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। पंजाब व जम्मू-कश्मीर आदि स्थानों पर इसे लोहड़ी के रूप में मनाया जाता है।
इस बार 13 जनवरी, सोमवार को संकटा गणेश चतुर्थी है। इस दिन भगवान श्रीगणेश और चंद्रमा की पूजा का विधान है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, भगवान श्रीगणेश के विभिन्न रूपों का अगर विधि-विधान से पूजन कर पूजा घर में स्थापित किया जाए तो हर समस्या का निदान हो सकता है दुर्भाग्य भी दूर हो सकता है।
इस बार 12 जनवरी, रविवार का दिन बहुत ही खास है क्योंकि इस दिन एक नहीं तीन शुभ योग एक साथ बन रहे हैं। ये सभी योग पूरे दिन न रहकर दोपहर लगभग 1.50 तक ही रहेंगे।
ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार मकर संक्रांति पर किए जाने वाले स्नान, दान का महत्व 15 जनवरी, बुधवार को रहेगा।