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2026 के 1st वीक में इन 10 मंदिरों पर उमड़ेगा भक्तों का सैलाब, सोच-समझकर बनाएं जानें का प्लान
अगर आप भी नए साल 2026 के मौके पर देव दर्शन का प्लान बना रहे हैं तो आपको एक बार फिर से इस बारे में सोचने की जरूरत है क्योंकि देश के प्रमुख मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ना शुरू हो चुकी है।

नए साल पर सोच-समझकर जाएं इन 10 मंदिरों में
हर कोई चाहता है कि उसके नए साल की शुरूआत देव दर्शन से हो जिससे कि पूरा साल अच्छा गुजरे। अगर आपका भी यही प्लान है तो थोड़ा ठहरिए और जिस धार्मिक स्थान की यात्रा का प्लान आप बना रहे हैं वहां के बारे में पहले थोड़ी जानकारी जुटाईए। ऐसा इसलिए क्योंकि देश के 10 सबसे बड़े मंदिरों में इस समय भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। कुछ मंदिरों में 10 से 12 लाख भक्तों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। आगे जानिए देश के 10 सबसे बड़े मंदिरों में नए साल के मौके पर कैसी स्थिति बन रही है…
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महाकाल में 10 लाख भक्तों के आने का अनुमान
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर में नए साल के मौके पर 10 लाख भक्तों के आने का अनुमान है। जिसे देखते हुए यहां 27 दिसंबर से 5 जनवरी तक वीआईपी दर्शन बंद रहेंगे। मंदिर समिति की मानें तो पिछले साल यहां 8 लाख भक्त आए थे जिसे देखते हुए इस बार ज्यादा भक्तों का अनुमान है।
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काशी विश्वनाथ में भक्तों का हुजूम
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े धार्मिक स्थानों में से एक है काशी विश्वनाथ। महादेव की इस नगरी में नए साल का उत्साह देखने को मिल रहा है। यहां भक्तों की लंबी कतारें देखकर हर कोई हतप्रभ है। उम्मीद है कि नए साल के मौके पर यहां 4 से 5 लाख भक्त आ सकते हैं। इसलिए ऐसे मौके पर यहां जाना आपके लिए परेशानी भरा हो सकता है।
अयोध्या में होटल-धर्मशाला बुक
नए साल के मौके पर अयोध्या में अभी से सभी होटल और धर्मशालाएं बुक हो चुकी हैं। मंदिर समिति का अनुमान है कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को करीब 2 लाख भक्त यहां आ सकते हैं। पूरे सप्ताह की बात करें तो 8 से 10 लाख भक्त यहां आ सकते हैं। अगर सुलभता से राम लला के दर्शन करना चाहते हैं तो कुछ दिनों बाद ही अयोध्या जाएं।
मथुरा-वृंदावन न आने की अपील
मथुरा- वृंदावन में अभी से भक्तों की भीड़ उमड़ रही है जिसके चलते स्थानीय प्रशासन ने भक्तों से 5 जनवरी तक यहां न आने की अपील की है। ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी किसी धार्मिक स्थान पर न आने की अपील प्रशासन को करनी पड़ रही है। यहां सभी होटल और धर्मशाएं पहले से बुक हो चुकी हैं।
जगन्नाथ मंदिर में 60 प्लाटून बल तैनात
ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर विश्व प्रसिद्ध और ये हिंदुओं के 4 धामों में से एक भी है। यहां भी नए साल के मौके पर भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है जिसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने यहां 60 प्लाटून बल की तैनाती करने का निर्णय लिया है। प्रशासन ने श्रीमंदिर परिसर से लेकर समुद्र तट तक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
खाटूश्याम में भी भक्तों की लंबी कतारें
राजस्थान के सीकर में खाटूश्यामजी मंदिर में भी अभी से भक्तों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। भारी भीड़ के चलते यहां 5 जनवरी तक वीआईफी दर्शन बंद हैं। सभी भक्तों को सामान्य कतार में दर्शन करने होंगे। मंदिर समिति ने यहां 30 लाख से अधिक भक्तों की भीड़ संभालने के लिए इंतजाम किए गए हैं।
ओंकारेश्वर मंदिर के रास्ते में भारी जाम
मध्य प्रदेश में स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भी नए साल से पहले श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। यहां दर्शनों के लिए लंबी कतारें लगी हैं वहीं दूसरी ओर इंदौर मार्ग के मोरटक्का पुल तक वाहनों की कतारों से बार-बार जाम लग रहा है। भक्तों की संख्या को देखते हुए कलेक्टर ने अगले एक हफ्ते तक प्रोटोकॉल दर्शन व्यवस्था बंद कर दी है।
शिर्डी में खिड़की से होंगे दर्शन
नए साल के मौके पर महाराष्ट्र के शिर्डी में स्थित साईं मंदिर में 6 लाख भक्तों के आने का अनुमान है। जिसके चलते मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि 31 दिसंबर को मंदिर रात में भी दर्शनों के लिए खुला रहेगा। यहां साईं बाबा के दर्शन के लिए सोने की खिड़की बनाई गई है।
तिरुपति बालाज में एडवांस बुकिंग वाले भक्तों को होंगे दर्शन
अगर आप नए साल पर आंध्रा प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में दर्शन का प्लान बना रहे हैं तो आपको एक बार फिर से सोचने की जरूरती है क्योंकि यहां 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक सिर्फ उन्हीं भक्तों को दर्शन की अनुमति मिलेगी जिनके पास एडवांस बुकिंग वाला वैध टोकन होगा।
वैष्णो देवी सख्त हुए नियम
नए साल के मौके वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के लिए नियम और सख्त हो गए हैं। यहां दर्शन के लिए आपके पास रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन कार्ड होना जरूरी है। इस कार्ड के जारी होने से 10 घंटे के अंदर भी भक्तों को यात्रा शुरू करनी पड़ेगी और 24 घंटे में नीचे लौटकर आना होगा। जिसके चलते आप ज्यादा समय यहां नहीं बिता पाएंगे।