सार

ज्योतिष शास्त्र में हमारी अनेक समस्याओं का हल छिपा है। अगर हमारी कोई वस्तु चोरी या गुम हो जाए तो वह हमें मिलेगी या नहीं, इसके बारे में भी ज्योतिष शास्त्र से जाना जा सकता है।

 

ज्योतिष शास्त्र में कईं ऐसे रहस्य छिपे हैं, जिसके बारे में जानकर कोई भी चौंक सकता है। अगर हमारी कोई महंगी वस्तु चोरी या गुम हो जाए तो वह हमें मिलेगी या नहीं अथवा किस दिशा में मिलेगी, इसके बारे में भी ज्योतिष शास्त्र से जाना जा सकता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, गुम हुई वस्तु के बारे में जानने के लिए उसका समय पता होना बहुत जरूरी है। आगे जानें कैसे पता चल सकता है कि गुम या चोरी हुई वस्तु मिलेगी या नहीं…

नक्षत्रों से जानें गुम वस्तु मिलेगी या नहीं

ज्योतिषाचार्य पं. द्विवेदी के अनुसार, ज्योतिष शास्त्र में कुल 27 नक्षत्र बताए गए हैं। कोई वस्तु किस नक्षत्र में गुम या चोरी हुई, इसके आधार पर ये जाना जा सकता है कि वो मिलेगी या नहीं अथवा किस दिशा में मिलेगी। नक्षत्र जानने के लिए वो वस्तु किस समय चोरी हुई या जानना जरूरी है।

इन नक्षत्रों में गुम-चोरी हुई वस्तु आसानी से मिल जाती है

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रोहिणी, पुष्य, उत्तरा फाल्गुनी, विशाखा, पूर्वाषाढ़ा, धनिष्ठा, रेवती नक्षत्र में चोरी या गुम हुई वस्तु जल्दी ही और बिना किसी परेशानी के आसानी से मिल जाती है। इन वस्तुओं के पूर्व दिशा में मिलने के योग होते हैं।

इन नक्षत्रों में गुम-चोरी हुई वस्तु काफी कोशिश से मिलती है

मृगशिरा, अश्लेषा, हस्त, अनुराधा, उत्तराषाढ़ा, शतभिषा और अश्विनी नक्षत्र में गुम या चोरी हुई वस्तु आसानी से नहीं मिलती। इसके लिए बहुत कोशिश करनी पड़ती है। इन वस्तुओं के दक्षिण दिशा में मिलने की संभावना सबसे अधिक होती है।

कठिन होता है इन वस्तुओं को मिलना

भरणी, आर्द्रा, मघा, चित्रा, ज्येष्ठा और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में गुम या चोरी हुई वस्तु बहुत अधिक कठिन परिश्रम के बाद मिलती है। इसके लिए अथक कोशिश करनी पड़ती है। ये वस्तु पश्चिम दिशा में मिलने की संभावना होती है।

नहीं मिलती इन नक्षत्रों में गुम-चोरी हुई वस्तु

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पुनर्वसु, पूर्वा फाल्गुनी, स्वाती, मूल, श्रवण, उत्तरा भाद्रपद और कृत्तिका नक्षत्र में गुम या चोरी हुई वस्तु का मिलना लगभग असंभव होता है। काफी मेहनत के बाद भी इन नक्षत्रों में गुम हुई चीजें नहीं मिल पातीं।

 

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इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।