Chandra Grahan 2024: ग्रहण के दौरान प्रेग्नेंट महिला क्यों न निकले घर से बाहर?
- FB
- TW
- Linkdin
गर्भवती महिलाएं ध्यान रखें ये बातें...
Chandra Grahan Instruction For Pregnant Women: चंद्र व सूर्य ग्रहण सामान्य खगोलीय घटनाएं हैं, लेकिन हिंदू धर्म में इसे लेकर कईं मान्यताएं और परंपराएं हैं। इस बार साल 2024 का दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर, बुधवार को होने वाला है। ग्रहण को लेकर एक मान्यता ये भी है कि जब ग्रहण काल चल रहा हो तो इस दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा से जानिए इस परंपरा के पीछे छिपे कारण…
ग्रहण काल में गर्भवती महिला क्यों न निकले घर से बाहर?
ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा के अनुसार, गरुड़ पुराण में बताया गया है कि ग्रहण शुरू होते ही दुष्ट आत्माएं यमलोक से निकलकर धरती पर आ जाती हैं जो लोगों को परेशान करने का प्रयास करती हैं। इसका सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर होता है जो सीधे ग्रहण के संपर्क में आते हैं। यदि कोई गर्भवती महिला ग्रहण के दौरान घर से बाहर निकलती है तो वो दुष्ट आत्माएं गर्भस्थ शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए हिंदू धर्म में गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल के दौरान घर से बाहर निकलने पर पाबंदी है।
ये भी हो सकता है नुकसान
एक मान्यता ये भी है कि यदि गर्भवती महिला ग्रहण काल के दौरान घर से बाहर निकलती है यानी सीधे ग्रहण के संपर्क में आती है तो गर्भ में पल रहे शिशु को शारीरिक और मानसिक रूप से नुकसान हो सकता है। यानी इससे शिशु का कोई अंग विक्षित हो सकता है या उसके दिमागी विकास पर भी इसका निगेटिव असर हो सकता है।
कहां-कहां दिखेगा 18 सितंबर को होने वाला ग्रहण?
18 सितंबर 2024 को होने वाला चंद्र ग्रहण आर्कटिक यूरोप, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, हिंद महासागर, अटलांटिक महासागर और अंटार्कटिका की कुछ जगहों पर ही दिखाई देगा। भारत में ये चंद्र ग्रहण कहीं भी दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका सूतक मान्य नहीं होगा। भारतीय समय के अनुसार ये चंद्र ग्रहण 18 सितंबर, बुधवार की सुबह 06:11 से शुरू होगा और 10:17 तक रहेगा। चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले से शुरू होगा।
ये भी पढ़ें-
18 सितंबर 2024 को है चंद्रग्रहण, इस दौरान ये 6 काम ना करें?
A To Z: सितंबर में कब होगा 2024 का आखिरी चंद्र ग्रहण, क्या ये भारत में दिखेगा?
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।