Janmashtami Special: जन्माष्टमी का त्योहार 16 अगस्त के दिन मनाया जाने वाला है। ऐसे में लड्डू गोपाल की सेवा करते वक्त हम कुछ ऐसी गलती कर बैठते हैं, जिन्हें बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। खुद इस बारे में स्वामी प्रेमानंद महाराज बताते हुए दिखाई दिए हैं।

Janmashtami Special: जन्माष्टमी जल्दी आने वाली है। ऐसे में हर घर में इसकी धूम देखने को मिलेगी। जिन घरों में लड्डू गोपाल मौजूद हैं, उनके लिए ये पर्व काफी ज्यादा खास है। लड्डू गोपाल को ज्यादातर लोग अपने बच्चे की तरह रखते हैं। उन्हें नहलाने से लेकर उनके भोजन तक का ध्यान एक बच्चे की जरूरतों की तरह रखा जाता है। लेकिन कई बार लड्डू गोपाल की सेवा में शुद्धता का ध्यान रखने की बेहद जरूरत है। इस बात का जिक्र खुद स्वामी प्रेमानंद महाराज (Premanand Ji Maharaj ke Pravachan) करते नजर आए हैं।

दरअसल उनसे एक छोटी बच्ची ने पूछा कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो लड्डू गोपाल को अपने साथ कहीं ले जाते हैं और बिना नहाए उन्हें छू लेते हैं तो क्या ये सही है? इसका जवाब देते हुए प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ये बिल्कुल भी सही नहीं है। ठाकुर जी को ठाकुरी जी की तरह ही रखना चाहिए। भले ही बाल भाव है, लेकिन उन्हें ठाकुर जी की तरह ही रखना चाहिए। पवित्र होकर ही उनको हाथ लगाना चाहिए। पवित्र होकर उनकी सेवा करनी चाहिए। ऐसा नहीं है कि उन्हें बस यूं ही लेकर घूमते रहें। उनके प्रति आदर, शुद्धता और मर्यादा बनाए रखना बहुत जरूरी है।

कब है जन्माष्टमी (Janmashtami Kab Hai)?

हिंदू पंचांग के मुताबिक 16 अगस्त के दिन जन्माष्टमी मनाई जाने वाली है। 16 अगस्त की रात को 11:20 मिनट के बाद पूजा करना इस दिन शुभ माना गया है। जो भी इस दिन पूजा-पाठ और व्रत को रखता है, उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके अलावा जो कोई जन्माष्टमी का व्रत (Janmashtami Ka Vrat) रखता है उन्हें पुत्र की प्राप्ति होती है। मंदिर में जन्माष्टमी को लेकर अलग ही नजारा देखने को मिलता है। हर तरफ श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की रौनक देखने को मिलती है। मथुरा-वृंदावन में तो कृष्ण भक्त भक्ति में डूबे हुए दिखाई देते हैं। जन्माष्टमी वाले दिन मांस, मदिरा और लहसुन-प्याज आदि का सेवन वर्जित माना गया है। साथ ही भूलकर भी इस दिन अपने बड़ों को अपमान न करें। झूठ न बोले और किसी गरीब की मदद जरूर करें। अपने घर के मंदिर को भी साफ-सुथरा रखें।