सार

Bhutadi Amavasya 2024 Kab Hai: इस बार भूतड़ी अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का दुर्लभ संयोग बन रहा है। कईं सालों में एक बार ऐसा योग बनता है। भूतड़ी अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का अशुभ प्रभाव कुछ लोगों पर बहुत ज्यादा हो सकता है, इन्हें सावधान रहना चाहिए।

 

Surya Grahan 2024 Details: धर्म ग्रंथों के अनुसार, चैत्र मास की अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या कहते हैं। इस बार ये तिथि 8 अप्रैल, सोमवार को है। सोमवार को अमावस्या होने से ये सोमवती अमावस्या भी कहलाएगी। एक और खास बात ये है कि इस दिन सूर्य ग्रहण का संयोग भी बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार कईं सालों में ऐसा दुर्लभ योग बनता है। भूतड़ी अमावस्या और सूर्य ग्रहण दोनों को ही नकारात्मक माना जाता है। इसका बुरी असर कुछ लोगों पर सबसे ज्यादा हो सकता है। आगे जानिए सूर्य ग्रहण, भूतड़ी अमावस्या से जुड़ी खास बातें…

साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को
वैज्ञानिकों के अनुसार, साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल, सोमवार को होगा। ये ग्रहण भारत में कहीं भी दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका सूतक आदि मान्य नहीं होगा। जिन देशों में ये ग्रहण दिखाई देगा, सिर्फ वहीं इसका प्रभाव माना जाएगा। ये एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, जो 50 साल के इतिहास में सबसे लंबा होगा।

क्या होती है भूतड़ी अमावस्या?
धर्म ग्रंथों के अनुसार, चैत्र मास की अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन ऊपरी हवा यानी भूत-प्रेत आदि का प्रभाव बहुत अधिक रहता है। इस दिन नर्मदा और क्षिप्रा नदी के किराने मेला भी लगता है, जहां उन लोगों को स्नान करवाया जाता है जिन पर ऊपरी बाधा होती है। इसलिए इसे भूतड़ी अमावस्या कहते हैं।

किन लोगों को रहना होगा सावधान?
ज्योतिषियों के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में ग्रहण दोष है, उन्हें इस समय संभलकर रहना चाहिए क्योंकि इन लोगों पर ही ग्रहण का सबसे ज्यादा अशुभ प्रभाव होता है। किसी की भी कुंडली में ग्रहण दोष तब बनता है जब सूर्य और चंद्रमा के साथ राहु या केतु की युति बनती है।

मीन राशि के लोग भी रहें संभलकर
8 अप्रैल को होने वाला सूर्य ग्रहण मीन राशि में होगा। जिस राशि में ग्रहण होता है, उस पर इसका सबसे ज्यादा अशुभ प्रभाव देखने को मिलता है। इसलिए मीन राशि के लोगों को इस समय सबसे ज्यादा संभलकर रहने की जरूरत है। इनके साथ कुछ घटना-दुर्घटना भी हो सकती है।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।