सार

Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या के राम मंदिर में 2 जुलाई से पुजारियों के ड्रेस कोड में बदलाव किया गया है। साथ ही गर्भगृह में मोबाइल ले जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।

 

Ram Mandir Ayodhya Latest News: अयोध्या के राम मंदिर में प्रतिदिन पुजारियों द्वारा पूजा-पाठ की जा रही है। अब तक गर्भगृह में जो भी पुजारी होते थे, वे केसरिया रंग के कपड़े पहनते थे। सिर पर केसरिया साफा, कुर्ता और धोती उनका ड्रेस कोड था, लेकिन 2 जुलाई से राम मंदिर ट्रस्ट ने इसमें बदलाव किया है। राम मंदिर के पुजारी अब नए ड्रेस कोड के साथ गर्भ गृह में नजर आएंगे। मंदिर समिति ने पुजारियों के गर्भ गृह में स्मार्ट मोबाइल ले जाने पर भी पाबंदी लगा दी है। आगे जानिए क्या है राम मंदिर के पुजारियों का नया ड्रेस कोड…

ये है नया ड्रेस कोड
राम मंदिर गर्भगृह में जो भी पुजारी सेवा करेगा, वह सिर पर कॉटन की पीली या केसरिया धोती पहनेगा। इसे पहनने के तरीका भी एक जैसा होगा। इसके साथ ही बिना बटन का कुर्ता जिसे चौबंदी कहते हैं उसे पहनना होगा। नीचे धोती पहनना अनिवार्य होगा। इसे लुंगी की तरह या परंपरागत रूप से पहना जा सकता है। खास बात ये है कि इन सभी कपड़ों का रंग पीला होगा।

पीला रंग क्यों है खास?
हिंदू धर्म में पीले रंग को बहुत खास माना जाता है। जो लोग अर्ध संन्यासी होते हैं वे सिर्फ ऊपर की ओर पीले वस्त्र पहनते हैं जैसे कुर्ता आदि और जो पूर्ण संन्यासी होते हैं वे ऊपर से नीचे तक पीले वस्त्र पहन सकते हैं। इसी के आधार पर संन्यासियों की पहचान की जाती है। वैष्णव संप्रदाय के लोग धार्मिक कामों में पीले वस्त्र ही पहनते हैं।

भगवान विष्णु को कहते हैं पीतांबरधारी?
भगवान विष्णु का एक नाम पीतांबरधारी भी है यानी पीले वस्त्र धारण करने वाले। यही कारण है कि पूजा के दौरान भगवान को इसी रंग के कपड़े अर्पित किए जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु ग्रह से संबंधित शुभ फल पाने के लिए भी पीले वस्त्र, पीले फूल, पीले फल आदि चीजें चढ़ाई जाती हैं। इस तरह पीले रंग का धार्मिक के साथ-साथ ज्योतिष महत्व भी है।


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