Ram Navmi 2023: इस बार राम नवमी का पर्व 30 मार्च, गुरुवार को है। इस दिन कई शुभ योग बनने से ये पर्व और भी खास हो गया है। इस दिन अगर कुछ खास उपाय किए जाएं तो हर संकट दूर हो सकता है और मनोकामना भी पूरी हो सकती है।
Ram Navami 2023: राम नवमी के मौके पर मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में स्थित गांव में रावण के पुतले की नाक काटने की परंपरा है। ये परंपरा 100 साल पुरानी बताई जाती है। इस मौके पर 3 दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है।
Shubh Muhurat March 2023: मार्च 2023 के अंतिम 4 दिनों में बहुत ही शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस दौरान खरीदी और निवेश करना बहुत ही फायेदमंद रहेगा। इस दौरान चैत्र नवरात्रि की सप्तमी, अष्टमी और नवमी तिथि भी रहेगी।
Ram Navami 2023: इस बार राम नवमी का पर्व 30 मार्च, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन सभी राम मंदिरों में विशेष आयोजन किए जाते हैं। हर कोई अपने-अपने तरीके से भगवान श्रीराम की भक्ति में डूब जाता है।
Indian Navy Abhiyan: भारतीय नौसेना ने 27 मार्च, सोमवार को नेवी वेलफेयर एंड वेलनेस एसोसिएशन के सहयोग से 7,500 किलोमीटर लंबी कार रैली की शुरुआत की। इसका नाम शं नो वरुण: रखा गया है। धर्म ग्रंथों में वरुणदेव को जल का देवता बताया गया है।
Chaitra Navratri Upay: नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि बहुत ही खास मानी गई हैं। इन तिथियों पर किए गए उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करते हैं। इस बार चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि 29 मार्च और नवमी तिथि 30 मार्च को है।
Chamtkari Devi Mandir: इन दिनों चैत्र नवरात्रि का पर्व चल रहा है। इन 9 दिनों में देवी के सभी मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। देवी के कुछ मंदिर काफी रहस्यमयी हैं। इनसे जुड़ी कुछ ऐसी बातें हैं, जिनके बारे में वैज्ञानिक भी आज तक कुछ जान नहीं पाए।
27 मार्च, सोमवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से वर्धमान और इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा सर्वार्थसिद्धि, अमृत सिद्धि, आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 4 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 7:59 से 9:30 तक रहेगा।
Ram Navami 2023: हर साल चैत्र शुक्ल नवमी तिथि पर राम नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 30 मार्च, गुरुवार को है। मान्यताओं के अनुसार, इसी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। पूरे देश में ये पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
Hanuman Jayanti 2023 Date: हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा पर हनुमान जन्मोत्सव मनाने की परंपरा है। मान्यता के अनुसार, इसी तिथि पर त्रेतायुग में भगवान शिव ने हनुमान के रूप में अवतार लिया था। हर साल ये पर्व बड़ी ही धूम-धाम से पूरे देश में मनाया जाता है।