Prayagraj MahaKumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज 13 जनवरी से महाकुंभ लगने जा रहा है। इस महाकुंभ में लाखों साधु-संत शामिल होंगे। ये सभी साधु-संत अलग-अलग अखाड़ों से जुड़े होते हैं। इन अखाड़ों का अपना नाम, इतिहास और पंरपराएं होती हैं।
हिंदू धर्म के अंतर्गत जब भी कोई पूजा-पाठ या शुभ कार्य किया जाता है तो दीपक जरूर जलाया जाता है। बिना दीपक जलाएं कोई भी शुभ कार्य पूरा नहीं माना जाता। यदि घर में रोज 3 स्थानों पर दीपक जलाएं जाएं तो बड़ी से बड़ी परेशानी भी दूर हो सकती है।
फेंगशुई में उन चीजों के बारे में भी बताया जाता है जिन्हें घर पर रखने से गुड लक आ सकता है। बहुत से लोग पौधे को घर के अंदर सजावट के तौर पर रखते हैं। फेंगशुई से जानें घर में कैसे पत्ते वाले पौधे लगाने चाहिए और उनसे होने वाले फायदों के बारे में।
Chankya Niti: आचार्य चाणक्य भारत के महान विद्वानों में से एक थे। उनकी बताई गई नीतियां आज भी हमारे लिए बहुत उपयोगी हैं। इन नीतियों को अपने जीवन में उतारकर हम अनेक परेशानियों से बच सकते हैं। जानें किन 4 चीजों से इंसान का मन कभी नहीं भरता।
प्रेमानंद महाराज के वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। इन वीडियो में महाराजजी बहुत सी ऐसी बातें भी बताते हैं जो हर किसी के लिए बहुत ही काम की होती है।
Prayagraj MahaKumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ लगने जा रहा है। देश के अन्य 3 स्थानों पर भी एक निश्चित समय पर कुंभ मेला लगता है। जहां-जहां कुंभ मेला लगता है, उन स्थानों से कुछ न कुछ खास बातें जुड़ी हुई हैं।
Panchak January 2025: साल 2025 का पहला पंचक जनवरी के पहले सप्ताह में शुरू होगा। इस दौरान 5 काम नहीं करने चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना, कहते हैं कि इन 5 कामों को करने से जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं।
फेंगशुई के छोटे-छोटे उपाय हमारे जीवन की परेशानियों को कम कर सकते हैं। फेंगशुई की ये चीजें बहुत ही आसानी से बाजार में मिल जाती है और इन्हें घर में रखना भी आसान होता है।
Motivational Quotes by Premananda Maharaj: वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज अपने प्रवचन के दौरान कईं ऐसी बातें बताते हैं, जिन्हें अपने जीवन में उतारकर हम कईं तरह की परेशानियों से बच सकते हैं। इनसे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
विदुर नीति के अनुसार, कुछ आदतें व्यक्ति को मृत्यु के करीब ले जाती हैं। खुद की प्रशंसा करना, ज्यादा बोलना, अत्यधिक क्रोध, सेवा भाव का अभाव और लालच ऐसी आदतें हैं जो मौत के करीब ले जाती हैं।