धर्म शास्त्रों के अनुसार भगवान श्री हरि विष्णु जगत के पालनकर्ता हैं और भगवान श्रीकृष्ण उन्हीं के अवतार हैं। इनकी पूजा आराधना करने से जीवन के सभी दुख दूर होते हैं और जीवन में प्रेम व खुशियां बनी रहती हैं।
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को शुभ ग्रह माना गया है। सभी भौतिक सुख-सुविधाएं इसी ग्रह के अधीन हैं। इस ग्रह को भौतिक सुख, संपन्नता, कला शोहरत, भोग विलासिता, सौन्दर्य, काम वासना और ऐश्वर्य आदि का कारक माना जाता है।
विदुर नीति में कई अच्छी बातें बताई गई हैं। विदुर नीति के अनुसार धन का सही प्रबंधन और सही तरह से निवेश करना बहुत महत्वपूर्ण है।
प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 22 जून, मंगलवार को प्रदोष तिथि होने से मंगल प्रदोष का योग बन रहा है।
कई बार देखने में आता है कि कुछ परिवारों के लोग लगातार बीमार रहते हैं। परिवार का एक सदस्य ठीक होता है तो दूसरा बीमार हो जाता है। या फिर एक ही सदस्य बार-बार बीमार होता रहता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। लाल किताब में ऐसे कई आसान उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से आपकी ये समस्या दूर हो सकती है।
शुक्रवार को देवी लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह के कारण ही व्यक्ति को भौतिक सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं।
निर्जला एकादशी का महत्व अन्य सभी एकादशियों से बढ़कर माना गया है। कोई व्यक्ति यदि साल भर की एकादशी न कर पाए और सिर्फ इसी दिन सच्ची श्रद्धा से व्रत करे तो उसे साल भर की एकादशियों का फल मिल जाता है, ऐसा धर्म ग्रंथों में लिखा है। इस व्रत से जुड़े और भी नियम धर्म ग्रंथों में बताए गए हैं।
कई बार बहुत प्रयास करने पर भी घर में पैसा नहीं टिकता है। घर में बिना वजह के खर्च बढ़ने लगते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।
रत्न शास्त्र में कई उपरत्नों का वर्णन मिलता है। ऐसा ही एक रत्न है हकीक। ये अलग-अलग रंगों में मिलता है। इनमें से सफेद हकीक का संबंध चंद्र से होता है, जिसका सीधा प्रभाव चंद्र को मजबूत करने पर होता है।
कई बार वास्तु दोष के कारण कार्यों में परेशानियां आने लगती हैं। वास्तु दोष होने पर नकारात्मकता बढ़ने लगती हैं जिसके कारण कई बार आपको हर कार्य में असफलता का सामना करना पड़ जाता है।