हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र का विशेष महत्व है। देवी गायत्री को वेदों की माता भी कहा जाता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, मूल गायत्री मंत्र तो 1 ही है, लेकिन मनोकामना पूर्ति और देवताओं को प्रसन्न करने के लिए विद्वानों ने अलग-अलग गायत्री मंत्रों की रचना भी की है।
ज्योतिष के अनुसार रविवार का कारक ग्रह सूर्य है, सोमवार का कारक ग्रह चंद्र है, मंगलवार का मंगल, बुधवार का बुध, गुरुवार का गुरु, शुक्रवार का शुक्र और शनिवार का कारक ग्रह शनि है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार 13 नवंबर, बुधवार से मार्गशीर्ष (अगहन) मास शुरू हो रहा है। यह महीना 12 दिसंबर, गुरुवार तक रहेगा। शास्त्रों में इस महीने को भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप कहा गया है।
गुरु नानक की जयंती के दो दिन पहले से ही गुरुद्वारों में गुरुग्रंथ साहिब का अखंड पाठ शुरू हो जाता है। यह 48 घंटे तक चलता है। उनकी जयंती से एक दिन पहले संध्या के समय एक जुलूस निकाला जाता है, जिसे नगर कीर्तन कहते हैं।
आज (12 नवंबर, मंगलवार) कार्तिक पूर्णिमा है। सिख समुदाय के लिए ये दिन बहुत ही विशेष है, क्योंकि इसी दिन सिखों के प्रथम गुरु नानकदेवजी की जयंती प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा (इस बार 12 नवंबर, मंगलवार) को भगवान शिव ने तारकाक्ष, कमलाक्ष व विद्युन्माली के त्रिपुरों का नाश किया था।
जब भी किसी मंदिर जाते हैं या घर में पूजा-पाठ करते हैं तो भगवान का ध्यान करते हुई परिक्रमा जरूर करनी चाहिए।
धर्म ग्रंथों में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है। इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस बार ये पूर्णिमा 12 नवंबर, मंगलवार को है।
हिंदू धर्म में यज्ञ की परंपरा वैदिक काल से चली आ रही है। धर्म ग्रंथों में मनोकामना पूर्ति व किसी बुरी घटना को टालने के लिए यज्ञ करने के कई प्रसंग मिलते हैं।
फेंगशुई चीन का वास्तु शास्त्र है। इसे चीन की दार्शनिक जीवन शैली भी कहा जा सकता है, जो ताओवादी धर्म पर आधारित है। अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख-समृद्धि बनी रहे तो आप भी फेंगशुई के आसान टिप्स अपना सकते हैं।