भगवान श्रीगणेश का स्वरूप देखने में बहुत ही रहस्यमयी लगता है, लेकिन गणेशजी के सभी अंगों में बिजनेस मैनेजमेंट से जुड़े खास सूत्र छिपे हैं, जरूरत है तो उन्हें समझने की।
भगवान श्रीगणेश को प्रथम पूज्य, मंगलमूर्ति, दु:खहर्ता, मंगलकर्ता, गणनायक और न जाने कितने ही नामों से पुकारा जाता है। श्रीगणेश अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
इस बार 2 सितंबर, सोमवार को गणेश चतुर्थी है। इस दिन घर-घर में विघ्नहर्ता भगवान श्रीगणेश की स्थापना होती है।
शकुन शास्त्र में बिल्ली का विशेष महत्व है। बिल्ली हमें भविष्य की कई घटनाओं से सूचित करती है।
भादौ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहते हैं। इसे अजा एकादशी भी कहते हैं।
शास्त्रों के अनुसार, हर युग में पैदा होने वाले राक्षसों के विनाश के लिए गणपति ने अवतार लिए हैं।
इस बार 2 सितंबर, सोमवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है। इस दिन घर-घर में भगवान श्रीगणेश की मूर्ति स्थापित की जाती है और पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। शिवपुराण के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीगणेश का जन्म हुआ था।
गांधारी ने महाभारत का युद्ध खत्म होने के बाद क्रोधित होकर श्रीकृष्ण को श्राप दिया था।
कुछ लोग सफलता के लिए शार्टकट अपनाते हैं, लेकिन शार्टकट से मिली सफलता ज्यादा दिन नहीं टिकती। इसलिए अगर लंबे समय तक सफल रहना है तो शार्टकट से बचिए। सफलता स्थायी तभी होती है, जब उसे स्वयं संघर्ष करके हासिल किया जाएगा।